Uttar Pradesh
इंडिया न्यूज, सीतापुर (Uttar Pradesh)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में धर्मांतरण का खेल लगातार जारी है। जिले में धर्मांतरण की कोशिश से लंबे समय से हो रही हैं। अनुसूचित जाति के हिंदुओं की गरीबी व बीमारी का फायदा उठाकर साजिश रचने वाले अपने मकसद में कामयाब भी होते रहे हैं। सीतापुर के शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाकों में धर्मांतरण का खेल वर्षों पुराना है। रविवार को भी थाना सदरपुर क्षेत्र में भी धर्मांतरण का मामला सामने आया है, यहां बड़े पैमाने पर धर्मांतरण की तस्वीर दिखाई दी हैं। कार्यक्रम स्थलों पर सैकड़ों लोगों की भीड़ थी। मामला तूल पकड़ गया जब सदरपुर में चार ब्राजील नागरिक भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते मिले।
मामले की पड़ताल करने पर पता चला कि यह चारों ब्राजील के नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत घूमने आए थे। इन चारों लोगों को लखनऊ में किराए के मकान में रहने वाला डेविड अपने संग सदरपुर लेकर पहुंचा था। अब सवाल यह उठता है कि भारत घूमने की मंशा रखने वाले या चारों ब्राजील नागरिकों का सीतापुर के सदरपुर जैसे ग्रामीण इलाकों में घूमने का कहीं भारत भ्रमण के नाम पर या विदेशी धर्मांतरण का बड़ा खेल तो नहीं हो रहा। जिले में दर्जनों ऐसी घटनाएं और उदाहरण मौजूद है यहां हिंदू धर्म के लोग इन लोगों की प्रार्थनाओ और प्रलोभन में फंसाकर धर्मातरण की राह पर चल पड़ते हैं।
5 साल पहले बना था चर्च
सदरपुर थाना क्षेत्र के साहबाजपुर पोखरा के बीच करीब 5 साल पहले जमीन खरीद कर एक चर्च बनाया गया था। यहां हर रविवार को ईसाई धर्म मनाने वाले लोग प्रार्थना करते हैं। रविवार को भी करीब जहां 400 लोग प्रार्थना कर रहे थे। इसी बीच इसी गांव के निवासी और मामले की शिकायतकर्ता नैमिष गुप्ता की माने तो इस कथित चर्च में पिछले 5 वर्षों से मेडिकल कैंप के नाम पर ईसाई गतिविधियां संचालित होती रही हैं। रविवार को आयोजित कार्यक्रम में कुछ लोगों ने नैमिष को भी आमंत्रित किया था। उसके मुताबिक जब वह कार्यक्रम में पहुंचा तो वहां 300 से 400 लोगों की भीड़ थी और चार विदेशी नागरिकों को देखकर वह दंग रह गया नैमिष ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी मौके पर पहुंची पुलिस ने डेविड सहित चार विदेशी नागरिकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
पुलिस ने दो की दिखाई गिरफ्तारी
एएसपी एनपी सिंह ने बताया कि एक डेविड अस्थाना नाम का व्यक्ति रहता है। डेविड अस्थाना जौनपुर का रहने वाला है, लेकिन वह वर्तमान में लखनऊ रहता है। देवीदास थाना और उसकी पत्नी छोटा सा मकान बनाकर रहते हैं। उन्हीं के साथ ब्राजील के चार पादरी भी आए थे, जो धर्मांतरण का कार्य कराने जा रहे थे। मौके पर कुछ लोगों ने इन्हें घेर लिया और पुलिस से शिकायत की। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। विधिक कार्रवाई जारी है।