Uttarakhand: शुक्रवार को एक दिवसीय उत्तरकाशी दौरे पर पहुंचे प्रदेश के मुख्य सचिव डॉ एसएस संधु ने सीमांत क्षेत्र का भ्रमण करने के उपरांत भारत तिब्बत सीमा बल परिसर मातली में अधिकारियों के साथ बैठक कर चारधाम यात्रा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। जिला प्रशासन द्वारा की गई यात्रा व्यवस्था तैयारियों की सराहना करते हुए मुख्य सचिव ने कहा कहा, मेडिकल के क्षेत्र में औऱ अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जाय। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के लिए तैनात डॉक्टर्स को 10 से 15 दिन का बेसिक कार्डियोलॉजी का प्रशिक्षण दिया जाय। ताकि जरूरत पड़ने पर मरीज को वहीं पर प्राथमिक उपचार दिया जा सकें। गंगोत्री से गोमुख ट्रेक पर जाने वाले यात्रियों की अनिवार्य रूप मेडिकल टेस्ट किया जाय। फिट होने पर ही ट्रेकर्स को ट्रेकिंग की अनुमति दी जाय।
वहीं यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर दोबाटा एवं गंगोत्री यात्रा मार्ग पर हीना में यात्रियों का स्वास्थ्य परीक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जानकीचट्टी एवं गंगोत्री में डॉक्टर की तैनाती के साथ ही यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रियों को त्वरित स्वास्थ्य सहायता प्रदान करने हेतु ऑक्सीजन,आवश्यक दवाइयों व सटेक्चर के साथ 9 एफएमआर की तैनाती की गई है। ह्रदय रोग से सम्बंधित मरीजों के लिए जानकीचट्टी में कार्डियक वैन एवं जिला अस्पताल में 5 बैड का कार्डियक यूनिट स्थापित की गई है। दवाई,ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता है। यात्रा मार्ग पर एम्बुलेंस एवं 108 की पर्याप्त तैनाती की गई है।
इसी के साथ जिलाधिकारी ने कहा कि यात्रा पड़ाव पर स्वच्छता को लेकर नगर निकायों एवं जिला पंचायत को नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। प्लास्टिक कूड़ा प्रबंधन को लेकर व्यापार मंडल,होटल एसोसिएशन एवं स्थानीय लोगों के साथ बैठक कर डिपॉजिट रिफंड सिस्टम (DRS) को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। जिसमें सभी की भागीदारी से सकारात्मक सहमति बनीं।
साथ ही जानकीचट्टी एवं गंगोत्री में कूड़ा निस्तारण को लेकर काम्पेक्टर मशीन स्थापित की गई है। तथा पर्याप्त पर्यावरण मित्रों की तैनाती की गई है। यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़े खच्चरों के लीद निस्तारण को लेकर पिट बनाएं गए है। यमुनोत्री पैदल यात्रा मार्ग पर यात्री कचरे को इधर उधर ना फेंके पर्याप्त मात्रा में कूड़ेदान लगाए गए है।