Varanasi
इंडिया न्यूज, वाराणसी (Uttar Pradesh)। वर्ष 2022 की अंतिम सुबह दशाश्वमेध घाट से स्वच्छता की अपील के साथ विदा हुई।घने कोहरे और हाड़ कंपाती ठंड के बीच नमामि गंगे ने वर्ष के अंतिम दिन दशाश्वमेध घाट पर स्वच्छता की अलख जगाई।आमजन को जागरूक कर नए वर्ष में गंगा निर्मलीकरण में सहयोग का आह्वान किया। ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से स्वच्छता बनाएं रखने की अपील की। श्रमदान कर गंगा तलहटी से भारी मात्रा में कूड़े-कचड़े समेट कर निस्तारण हेतु भेजा गया।
महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि ने कहा कि सुबह-ए-बनारस का अनुपम दृश्य 2023 में हम सभी को स्वच्छ और सुंदर दिखाई पड़े इस हेतु स्वच्छता के प्रति विशेष सजग रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नए साल पर काशी में घूमने वालों की पहली पसंद माँ गंगा का नयनाभियाम तट है। पर्यटकों द्वारा उसपार रेत पर भी काफी गंदगी की जाती है। गंगा तलहटी सहित उसपार रेत पर फैली गंदगी सुबह-ए-बनारस के मनोरम दृश्य पर बदनुमा दाग है। नए साल के जश्न की मौज-मस्ती भरे माहौल में स्वच्छता को न भूलें।
उसपार सैर करने वालों से भी अपील है कि प्रयोग के बाद प्लास्टिक की बोतलें, खाने-पीने की वस्तुओं के पैकेट्स इत्यादि का निस्तारण इसपार लाकर कूड़ेदान में करें।आयोजन में प्रमुख रूप से महानगर सहसंयोजक शिवम अग्रहरि, महानगर सहसंयोजक रामप्रकाश जायसवाल, रश्मि साहू, शिवांगी पांडेय, जय विश्वकर्मा, भावना गुप्ता, आकाश शाह आदि रहीं।