India News (इंडिया न्यूज़),Jhansi News: उत्तर प्रदेश के झांसी शहर में एक सनकी बेटे का मामला समाने आया है। जहा बेटे ने शुक्रवार की देर रात अपने अपने कमरे में सो रहे पिता व माता को लोहे के तवे और और डंडे से पीट-पीटकर मौत की घाट उतार दिया। परिजनों को कहना है कि युवक पबजी गेम के मकड़जाल में फंसकर अपना मानसिक संतुलन खो बैठा था। वह बिते दिन पबजी गेम खेल रहा था। पिता ने गुस्सा कर फोन रखने को कहा तो उसने पिता की बात को नजरअंदाज कर दिया, जिसपर गुस्साए पिता ने मोबाइल छीना लिए व फोन को घर में छुपा दिया। उस समय तो युवक नाराज होकर अपने कमरे में चला गया लेकिन देर रात को उसने सोते हुए माता-पिता पर हमला कर दिया।
पिता लक्ष्मी प्रसाद झा पलरा स्थित प्राथमिक विद्यालय में अध्यापक थे। वह पत्नी विमला इकलौते बेटे अंकित के साथ पिछोर में रहती थी। तीन बेटियों में बड़ी बेटी नीलम एवं सुंदरी की शादी हो चुकी जबकि छोटी बेटी शिवानी उरई में रहकर पढ़ाई करती है। झांसी में रह रही बड़ी बेटी नीलम के अनुसार अंकित को पबजी गेम खेलने बुरी की लत लग चकी थी। पिता इस बात को लेकर अंकित को अकसर टोकते थे। वह उससे मोबाइल भी छीना करते थे। किन्तु इसके बाद भी जब कभी अंकित को मोबाइल मिलता तो वह चोरी-छिपे पबजी खेलने लगता था। शुक्रवार को भी अंकित के हाथ मोबाइल लग गया था। तब पिता लक्ष्मी प्रसाद ने उसके हाथ में मोबाइल देखा तो उसे फटकारते हुए मोबाइल छीन लिया और अपने कमरे में अलमारी में रख दिया था। जिससे अंकित नाराज हो गया।
अंकित ने रात को सब लोगों ने साथ में खाना खाया और अपने रुम में जाकर सो गया। लक्ष्मी प्रसाद अपनी पत्नी विमला के साथ नीचे वाले कमरे में थे। जबकि अंकित पहली मंजिल पर बने अपने कमरे में चला गया। एसएसपी राजेश एस ने बताया कि अब तक की पड़ताल और गिरफ्तार अंकित से पूछताछ में जो पता चला है उसके मुताबिक रात को करीब 2 बजे अचानक अंकित कमरे में आया। उसने हाथ में लोहे का तवा लिया हुआ था। इसी तवे से अपने पिता लक्ष्मी प्रसाद के चेहरे एवं सिर पर कई वार कर दिए। चीख पुकार सुनकर पास में सो रही उनकी पत्नी विमला की आंख खुल गई। जैसे ही वह बीच-बचाव को आगे आईं अंकित ने उनके ऊपर भी तवे और डंडे से वार कर दिया।
मां विमला खून से तरावोर होकर वहीं पर गिर पड़ी। मामले का खुलासा तब हुआ जब झांसी में ही रहने वाली उनकी बेटी नीलम ने अपने पिता लक्ष्मीप्रसाद को फोन किया लेकिन फोन उठा नहीं। लिहाजा उसने पड़ोसी काशीराम को फोन करके बताया कि उनके पिता का फोन नहीं उठ रहा है। इस पर काशीराम इनके घर पहुंचे।
पड़ोसी ने किसी तरह से दरवाजा खोला और भीतर जाकर देखा तो लक्ष्मीप्रसाद और उनकी पत्नी खून से लपथपथ अवस्था में बिस्तर पर पड़े थे। पुलिस को सूचना दी। कुछ ही देर में मुहल्ले वाले भी जमा हो गए। उस समय विमला की सांसें चल रही थीं। उन्होंने ही पुलिस को बताया था कि उनके बेटे ने दोनों पर हमला किया था। कुछ ही देर बाद मेडिकल कालेज में विमला की भी मौत हो गई। पुलिस ने घर से ही आरोपी युवक अंकित को गिरफ्तार कर लिया है।