देहरादून : चमोली के जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव के कारण वहा की कई इमारतों में दरार आ गई है. जिन घरों और बिल्डिंग्स में दरार की खबरें हैं उनको चिन्हित कर आज से तोड़ने का किया जा रहा है.
इस कड़ी में जोशी मठ में आज प्रतिष्ठित और सबसे पुराने होटलों में से एक होटल मलारी को तोड़ने के लिए बुलडोजर गया. इस दौरान मौके पर एसडीआरएफ तैनात किया गया और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए लाउडस्पीकर से अनाउंसमेंट की गई.
Uttarakhand | Demolition of Hotel Malari Inn in Joshimath to begin shortly. SDRF deployed at the spot & announcements being made through loudspeakers for people to go to safer places.
Experts decided to demolish Hotel Malari Inn & Hotel Mount View after they were declared unsafe pic.twitter.com/ofPnc8h4cT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2023
होटल के मालिक ठाकुर सिंह राणा ने बताया कि “अगर जनहित में मेरा होटल गिराया जा रहा है तो मैं सरकार और प्रशासन के साथ हूं, भले ही मेरे होटल में आंशिक दरारें ही क्यों न हों. लेकिन मुझे नोटिस दिया जाना चाहिए था और मूल्यांकन किया जाना चाहिए था. मैं मूल्यांकन के लिए आग्रह करता हूं.
If being demolished in public interest I'm with Govt & admin, even if there are only partial cracks in my hotel. But I should've been given a notice&valuation should've been made.I urge for valuation,I'll leave: Thakur Singh Rana, owner of Malari Inn that'll be demolished shortly pic.twitter.com/EKXUf4v8Wm
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2023
वही ध्वस्तीकरण को लेकर चमोली के जिलाधिकारी ने बताया कि असुरक्षित जोन के तहत चिह्नित भवनों को खाली करा दिया गया है और इसके आसपास के बफर जोन को भी खाली कराया जा रहा है. आज सीबीआरआई, रुड़की से एक टीम यहां आएगी और वे उन इमारतों की पहचान करेगी जिन्हें गिराने की जरूरत है और उनके मार्गदर्शन में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
जोशीमठ में हो रहे भू-धसाव के चलते लोगो को अपना आशियाना छोड़कर विस्थापन करना पड़ रहा है. कई मकानों की दीवारों में दरारे आ गईं हैं जिनको को चिन्हित कर विशेषज्ञों की देखरेख में तोड़ा जाएगा. लोगों का कहना है कि जिन मकानो को तोड़ दिया जाएगा उनसे उनकी कई यादें जुड़ी हुईं हैं.
"This is my maternal home. I got married at the age of 19. My mother is 80 years old and I have an elder brother. We built this home by working hard and making an earning. We lived here for 60 years but it is all ending now," says a resident, Bindu. pic.twitter.com/aaTaQYU3mI
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 10, 2023
वही एक प्रभावित महिला बिंन्दू देवी ने बताया कि “यह मेरा मायका है. मेरी शादी 19 साल की उम्र में हुई थी. मेरी मां 80 साल की हैं और मेरा एक बड़ा भाई है” हमने मेहनत करके और कमाई करके यह घर बनाया है. 60 साल हम यहां रहे लेकिन अब सब खत्म हो रहा है और सब छोड़क कर जाना पड़ रहा है.
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