इंडिया न्यूज: (33-year-old woman succumbed to health facilities) चंपावत में समय से उपचार न मिलने पर चोमैल क्षेत्र की 33 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। जिसके बाद क्षेत्र में आक्रोश में आए लोगों ने जमकर हंगामा किया।
चंपावत जिले के बाराकोट ब्लाक के चोमैल क्षेत्र के लीदू गांव की 33 वर्षीय महिला उमा देवी को समय से उपचार न मिलने के कारण मौत हो गई। महिला के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं। जिस कारण क्षेत्र के लोगों में सरकार व स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया शुक्रवार शाम गांव में चल रहे नवरात्र पर्व के उत्सव की खुशी मना रही उमा देवी की रात 9:00 बजे अचानक से तबीयत बिगड़ गई थी। लेकिन चोमैल क्षेत्र के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इमरजेंसी में चिकित्सा की कोई सुविधा ना होने के कारण ग्रामीण महिला को आनन-फानन में भारी बारिश के बीच 20 किलोमीटर दूर लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय ले जाया गया। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही महिला की मौत हो गई। जिस कारण क्षेत्र में सरकार व स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ काफी आक्रोश है।
वहीं, फरतोला जिला पंचायत सदस्य सुरेंद्र सिंह सामंत व ग्रामीणों ने कहा लगभग 20 से 25 हजार की आबादी वाले चोमैल क्षेत्र में एक पीएससी सेंटर है, जिसमें डॉक्टर तक मौजूद नहीं है। बता दें, फार्मेसिस्ट के भरोसे अस्पताल चल रहा है। सामंत ने कहा वक्त बेवक्त अगर किसी का स्वास्थ्य खराब हो जाने पर इमरजेंसी में इलाज तक नहीं मिल पाता है, जिस कारण क्षेत्र के कई लोग जान गवा चुके हैं। सामंत व ग्रामीणों ने कहा अगर चोमैल क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था ठीक होती तो शायद इस महिला की जान बच जाती।
उन्होंने कहा इमरजेंसी होने पर होने पर मरीजों को 20 किलोमीटर से भी अधिक दूरी तय कर लोहाघाट अस्पताल लाना पड़ता है। जिला पंचायत सदस्य शामंत व ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन से चोमैल क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने व मरीजों को इमरजेंसी में इलाज की सुविधा देने की मांग करी है। लोगों ने कहा यह महिला भी जिले की लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की भेंट चढ़ गई तथा तीन छोटे बच्चे मां के साए से महरुम हो गए। वहीं, ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर सरकार वह स्वास्थ्य विभाग जल्द चोमैल क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त नहीं करता है तो क्षेत्र के लोग आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
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