इंडिया न्यूज: (Uttarakhand’s daughter Anju Rathore running 60 kilometers)उधम सिंह नगर की रहने वाली अंजू राठौर बेटियों को उनका हक दिलाने के लिए रोज उत्तराखंड की सड़कों में 60 किलोमीटर दौड़ रही है। उन्होंने कहा उत्तराखंड में अभी भी बेटियों को खेल, पढ़ाई व अन्य क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है। अभिभावकों में बेटियों को लेकर जागरूकता की काफी कमी है।
उत्तराखंड के उधम सिंह नगर की रहने वाली अंजू राठौर बेटियों को उनका हक दिलाने के लिए रोज उत्तराखंड की सड़कों में 60 किलोमीटर दौड़ रही है। रविवार को अंजू दौड़ते हुए चंपावत जिले के लोहाघाट पहुंची। अंजू ने बताया आज भी देश में बेटियों की स्थिति काफी सोचनीय है। हालांकि सरकार के द्वारा काफी प्रयास किए जा रहे हैं, पर लोगों में जागरूकता की काफी कमी है। अंजू ने बताया वह बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और बेटियों को बराबर का हक दिलाने के लिए उत्तराखंड की सड़कों में दौड़ रही हैं और अभी तक 4 जिलों में दौड़ कर पहुंच चुकी है।
अंजू ने कहा वह रोज 60 किलोमीटर दौड़ती हैं उन्होंने कहा उत्तराखंड में अभी भी बेटियों को खेल, पढ़ाई व अन्य क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है। अभिभावकों में बेटियों को लेकर जागरूकता की काफी कमी है। उन्होंने कहा 2021 मैराथन की तैयारियों के लिए जब मैं इंदौर आई तो मुझे भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा तथा लोगों ने मेरी काफी आलोचना भी करी। अंजू ने कहा वह बेटियों को समानता का हक दिलाने के लिए दौड़ रही हैं और लोगों को जागरुक कर रही है। वहीं, लोहाघाट पहुंचने पर डीएम चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी ने अंजू का स्वागत करते हुए कहा कि अंजू राठौर महिलाओं व बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। लोग बेटियों को लेकर अपनी सोच बदले और बेटियों को अपनी मंजिल की ओर बढ़ने दें ताकि अपने देश और प्रदेश का नाम रोशन कर सकें।
वहीं, लोहाघाट थाने के एसओ मनीष खत्री ,सामाजिक कार्यकर्ता सचिन जोशी डॉक्टर सुमन पांडे व सोनिया आर्य आदि लोगों ने अंजू को सम्मानित किया और उसका हौसला बढ़ाया। एसओ खत्री ने कहा अंजू जैसी बेटी पर हर मां-बाप को गर्व होगा। उन्होंने अंजू के जज्बे की सराहना करी। वही अंजू ने बताया कल उनकी दौड़ बागेश्वर जिले के लिए होगी और उनका लक्ष्य 2000 किलोमीटर दौड़ना है। अंजू ने बताया उन्होंने अपनी दौड़ उधम सिंह नगर जिले से शुरू करी और वहीं पर जाकर खत्म भी करेंगी। अंजू की मदद के लिए उनका भाई उनके साथ हैं। लोग अंजू के जज्बे को सलाम कर रहे हैं।