उत्तराखंड के चंपावत (Champawat) जिले के लोहाघाट (Lohaghat) में शिक्षक कर्मचारियों ने 26 फरवरी को हल्द्वानी में होने वाली प्रदर्शन रैली की रणनीति तैयार की। जिले के हर ब्लॉक से कार्यकारिणी का गठन किया जा रहा है। शिक्षक कर्मचारियों ने कहा कि सरकार को इस रैली के माध्यम से ताकत दिखाई जाएगी तथा लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र कर्मचारियों की यह रैली चुनौती होगी।
लोहाघाट में पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन एनएमओपीएस(NMOPS) के बैनर तले 26 फरवरी को हल्द्वानी में आयोजित प्रदर्शन रैली को लेकर बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान ब्लॉक कार्यकारिणी का गठन किया गया। बैठक में शिक्षा विभाग, लोनिवि, स्वास्थ्य विभाग, इंजीनियर, फार्मासिस्ट आदि कई विभागीय कर्मचारी मौजूद रहे।
शिक्षक भवन लोहाघाट में आयोजित बैठक की अध्यक्षता एनएमओपीएस (NMOPS) के जिलाध्यक्ष गोविंद मेहता ने की। ब्लॉक संयोजक नरेश जोशी के संचालन में आयोजित बैठक में वक्ताओं ने 26 फरवरी को हल्द्वानी में आयोजित होने जा रही विशाल प्रदर्शन रैली में प्रतिभाग करने की रणनीति तय की गई। बैठक में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह बोहरा ने अपने हक की लड़ाई के लिए हल्द्वानी में आयोजित होने वाले प्रदर्शन में सभी शिक्षक कर्मचारियों से अधिक से अधिक संख्या में भाग लेने का आहवान किया।
वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार की नई पेंशन योजना कर्मचारियों के साथ अन्याय है। कर्मचारी केवल सात सौ से 27 सौ रुपये में रिटायर्ड हो रहा है। उन्होंने पूरे 15 बिंदुओं में तुलना करते हुए पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों के हित में और नई पेंशन को कर्मचारियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया। जिलाध्यक्ष मेहता ने बताया कि पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन को धारदार रुप देने के लिए बाराकोट और पार्टी ब्लॉक में इकाईयों का गठन कर दिया है। लोहाघाट के बाद चम्पावत और टनकपुर में कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। जिससे कि रैली में अधिक से अधिक शिक्षक कर्मचारी जुटे सकें। उन्होंने बताया कि रैली के माध्यम से सरकार को आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भी चुनौती देना है, जिससे वह कर्मचारियों की ताकत का अंदाजा लगा सके। सरकार को एनएमओपीएस (NMOPS) बहाली के लिए झुकना ही पड़ेगा। उन्होंने बताया कि पूरे देश में रैलियों का आयोजन किया जा रहा है। वही नरेश जोशी को एनएमओपीएस (NMOPS) के लोहाघाट ब्लॉक अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है।