India News(इंडिया न्यूज़), Chardham Yatra 2023: प्रदेश में चल रहे चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं के सेहत से खिलवाड़ न हो उसके लिए स्वास्थ्य मंत्री ने खाद्य पदार्थों के सैंपलिंग के आदेश दिए थे। जिस पर खाद्य पदार्थों के टीम ने ऋषिकेश और टिहरी गढ़वाल में अभियान चलाया। यहां से लिए गए मसाले, दाल, दूध, रिफाइंड सहित टोटल 68 नमूने फेल हुए हैं। पनीर में डिटर्जेंट पाउडर से मिलाकर बनी है तो दूध में स्टार्च की मात्रा अधिक है। तो मसालों में भी रंग की मात्रा पाई गई है। वहीं इस मामलें पर जनपदों में कार्रवाई के लिए सभी मिलावट खोरो को नोटिस भेजा जाएगा।
अप्रैल महीने से चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। जहां हर साल पूरे देश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए देवभूमि पहुंचते हैं। इसे देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग ने ऋषिकेश, टिहरी-गढ़वाल, गंगोत्री, केदारनाथ मार्ग, धनसाली, चनियाला, चंबा में करीब 15 दिनों पहले मोबाइल टेस्टिंग लैब से क्षेत्र के विभिन्न प्रतिष्ठानों से दूध एवं इससे बने उत्पादों के 35 नमूने, मिठाइयों के 56 नमूने, मसालों के 62, रिफाइंड तेल के 12, दाल के 26 सहित अन्य खाद्य पदार्थों के 61 नमूने लिए।
नमूनो की जांच के लिए ऊधम सिंह नगर के जिला मुख्यालय रुद्रपुर स्थित उत्तराखंड राज्य खाद्य एवं औषधि विश्लेषणशाला में भेजा था। खाद्य उपायुक्त ने बताया कि दूध एवं उससे बने उत्पादों में फैट कम, स्टार्च की मात्रा अधिक और पनीर में डिटर्जेंट पाउडर मिलने पर 8 नमूने फेल हुए हैं। इसके अलावा मिठाइयों के 23 नमूने, धनिया पाउडर व सब्जी मसाले में रंग का मात्रा मिलने पर 23 नमूने, दाल के नौ एवं अन्य खाद्य पदार्थेां के चार नमूने फेल हुए हैं।
प्रदेश में चल रही चारधामयात्रा को देखते हुए मोबाइल लैब टेस्टिंग से ऋषिकेश, टिहरी गढ़वाल क्षेत्र से कुल 250 नमूने लिए गए थे। जिसकी रिपेार्ट आ चुकी है। टोटल 68 नमूने फेल हुए हैं। अग्रिम कार्रवाई के लिए संबंधित जनपदों में इसकी रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। आगे की कार्रवाई उसी आधार पर की जाएगी।