देहरादून : उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन को देखने और प्रभावित परिवारों से मिलने प्रभावित इलाके पहुंचे. यहां पर जोशीमठ का सीएम धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया. सीएम यहां पर उन लोगो से भी मिले जिनको जोशीमठ छोड़कर दूसरी जगहों पर शिफ्ट होना पड़ रहा है. जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन के कारण 1000 से अधिक परिवार प्रभावित हैं. लगातार पहाड़ों में हो रहे भूस्खलन के कारण वहां के घरों में दरार आ गई है. सड़कों में दरार आ गई है.
आज जिन इलाकों में भूस्खलन हो रहा है वहा पर सीएम धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया साथ ही उन लोगों से मुलाकात की जो कि इससे प्रभावित हैं. सीएम ने कहा कि ‘हम इस बात पर भी विचार कर रहे हैं कि क्या लोगों को यहां से पलायन करने और पुनर्वासित करने की जरूरत है. हम इसके लिए जगह भी तलाश रहे हैं. फिलहाल यह सर्दी का मौसम है. इसलिए, हम उन मुद्दों पर गौर कर रहे हैं जिन पर तुरंत ध्यान दिए जाने की जरूरत है’.
We are also contemplating if people need to be migrated from here & rehabilitated. We are also finding out a location for this. As of now, this is the winter season. So, we are looking into the issues that need to be addressed immediately: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami pic.twitter.com/LJRbmFlvLR
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 7, 2023
सीएम ने इस सर्वेक्षण को लेकर कहा कि ‘हमारा प्रयास सभी को सुरक्षित बनाना है. आवश्यक व्यवस्था के लिए तैयारी की गई है. हमारा पहला काम लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाना है. हम सभी उन लोगों के सीधे संपर्क में हैं जो वैज्ञानिक इस मामले में काम कर रहें है.’
आपको बता दें कि उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ के मारवाड़ी क्षेत्र और नरसिंह मंदिर का निरीक्षण किया. उन्होंने आज जोशीमठ का जमीनी निरीक्षण किया और भू-धंसाव प्रभावित परिवारों से मुलाकात की. सभी को सीएम ने आश्वासन दिया कि उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा.
जोशीमठ में हो रहे भूस्खलन के कारण एक हजार से अधिक परिवार प्रभावित है. लोगों को उनके घरों से निकाल कर दूसरे जगहों पर शिफ्ट किया जा रहा है. सीएम ने सारी जगहों का हवाई सर्वेक्षण का किया. हो रहे भूस्खलन को लेकर सरकार गंभीर है. वैज्ञानिक इस मामले में जांच कर रहे हैं. ठंड के कारण लोगों को वहां से दूसरी जगहों पर शिफ्ट करने में दिक्कत आ रही है.
जोशीमठ और आस पास के इलाकों में हो रहे भूस्खलन के कारण लोगों के घरों की दीवारों में दरारे आ गई हैं. सड़के धंस रही है वही कई सड़को पर कई फीट चौड़ी दरार देखने को मिल रही है. इस कारण लोगों में डर का माहौल है. वही सड़के टूट जाने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. आज सीएम समेत तमाम अधिकारियों ने प्रभावित इलाकों का जायजा लिया.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सारस्व ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में जिस तरह से धंसाव ने रफ्तार पकड़ी है, उससे अब तक 500 से ज्यादा घर प्रभावित हुए हैं, भूस्खलन ने हमारे सामने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है. मैं कल जोशीमठ जाऊंगा ताकि मैं वहां के प्रभावित लोगों के साथ रह सकूं. उन्होंने कहा कि चिंता की बात यह है कि जोशीमठ इस समय खतरे में है, एक साल हो गया है जब अलग-अलग जगहों से संकेत मिलने लगे थे कि यहां जमीन कम हो रही है. लेकिन ध्यान नहीं दिया गया.
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