Haridwar
इंडिया न्यूज, हरिद्वार (Uttarakhand)। उत्तराखंड के हरिद्वार से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। 5वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने अपने की अपहरण का ड्रामा रच डाला। अपहरण की सूचना के बाद छात्र के परिजन और पुलिस मामले की जांच में दौड़ भाग करते रहे। अपहणकर्ताओं की तलाश ने पुलिस के भी पसीने छुड़ा दिए।
ट्यूशन से बचने के लिए बोला झूठ
हरिद्वार में रहने वाले 11 वर्षीय 5वीं के छात्र ने अपने ही अपहरण की कहानी रच डाली। छात्र का नाम देव झा है। देव के पिता बैंक्वेट हॉल के मालिक हैं। घटना वाले दिन देव रोजाना के तरह ही घर से ट्यूशन के लिए निकला था। मगर कुछ देर में ही घर वापस आ गया। घर लौट कर छात्र ने परिजनों को अपने अपहरण की कहानी सुनाई। कहानी सुनकर परिजन के होश उड़ गए। परिजनों ने परेशान होकर मामले की सूचन पुलिस को दे दी।
पुलिस के छूट गए पसीने
मामले की सूचना मिलते ही पुलिस अपहरणकर्ताओं को पकड़ने में जुट गई। छानबीन के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले पर कुछ भी हाथ न लगा। आखिर हाथ कुछ कैसे लगता, कहानी झूठी जो थी। मगर पुलिस दिन भर मामले को सुलझाने में जुटी रही। तहकीकात के दौरान पुलिस और परिजनों के पसीने छूट गए।
यह थी झूठी कहानी
छात्र ने कहानी सुनाई कि रस्ते में उसको 2 बाइक पर सवार 4 युवक मिले थे। युवकों ने उसे जबरदस्ती अपनी बाइक पर बिठा लिया, वहीं दूसरे युवक ने उसकी साइकिल अपनी बाइक से बांध ली। आगे जाकर 2 बाइक पर सवार चारों युवक ने अपनी गाड़ी रोक ली। वहां उन्हें एक साधु वेषधारी मिला, जिसके वह पैर छूने लगे थे। तभी मौका देख कर बच्चा वहां से भाग निकला।
पुलिस ने पकड़ा झूठ
तहकीकात के दौरान पुलिस और परिजनों के पसीने छूट गए। हालांकि पुलिस ने झूठी कहानी को अंत में पकड़ ही लिया। पुलिस ने जब देव से पूछा कि अगर अपहरणकर्ताओं ने साइकिल को बाइक में बांध रखा था, तो वह अपनी साइकिल से कैसे वापस आया। इस पर देव ने सच्चाई बता दी की वह झूठी कहानी बता रहा था। सच्चाई को जानने के बाद पुलिस और परिजनों ने छात्र को समझाया और आगे से ऐसा न करने की हिदायत दी।
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