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khatima News: गन्ने की छिलाई कर रहे मजदूर को बाघ ने बनाया निवाला, खौफ में ग्रामीण

• LAST UPDATED : March 20, 2023

इंडिया न्यूज: (The tiger made the laborer peeling sugarcane a morsel) खटीमा में गन्ना के खेत में गन्ना छीलने का काम कर रहे मजदूर पर बाघ ने हमला कर मजदूर की जान ले ली। विभाग द्वारा मजदूर की हत्या करने की सूचना पर यूपी और उत्तराखंड के वन अधिकारी मौके पर पहुंचे। साथ ही वन विभाग द्वारा खेतों में काम कर रहे मजदूरों को जागरूक भी किया जा रहा है।

खबर में खास:-

  • खेत में गन्ना छीलने का काम कर रहे मजदूर पर बाघ ने किया हमला 
  • सूचना पर यूपी और उत्तराखंड के वन अधिकारी मौके पर पहुंचे
  • आबादी क्षेत्र और खेतों में काम कर रहे मजदूरों को जागरूक किया

बाघ ने हमला कर मजदूर की जान ले ली

वन विभाग के लाख प्रयासों के बावजूद मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाएं लगातार बढ़ती ही जा रही है। नया मामला खटीमा के यूपी सीमा से लगे दाह ढाकी गांव का है। जहां गन्ना के खेत में गन्ना छीलने का काम कर रहे मजदूर पर बाघ ने हमला कर मजदूर की जान ले ली। खेत में काम कर रहे अन्य मजदूरों के चिल्लाने पर बाग लाश को गन्ने के खेत में छोड़कर ही भाग गया। विभाग द्वारा मजदूर की हत्या करने की सूचना पर यूपी और उत्तराखंड के वन अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामला खटीमा का होने के कारण खटीमा के वन अधिकारियों ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

मजदूरों को जागरूक किया जा रहा

वहीं, घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मृतक मजदूर रमेश मंडल पुत्र जीतन मंडल उम्र 45 साल जोशी कॉलोनी की लाश का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए लाश खटीमा उप जिला चिकित्सालय स्थित पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया है। खटीमा वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद जोशी ने मीडिया को बताया कि आज शाम को सूचना मिली कि उत्तराखंड और यूपी के बॉर्डर पर बसे खटीमा के गांव दाह ढाकी स्थित गन्ने के खेत में काम कर रहे एक मजदूर को बाघ ने हमला कर जान से मार दिया है। वन विभाग द्वारा लगातार जंगल से सटे आबादी क्षेत्र और खेतों में काम कर रहे मजदूरों को जागरूक किया जा रहा है।

शाम के समय जंगल ना जाए- वन रेंज क्षेत्राधिकारी

बता दें, वन रेंज के वन क्षेत्राधिकारी महेश चंद जोशी ने कहा शाम के समय जंगल ना जाए साथ खेतों में अकेले कार्य ना करें क्योंकि खटीमा के जंगलों में जंगली जानवर भारी मात्रा में है और यह समय जानवरों का प्रजनन काल है। जिस कारण जानवर काफी आक्रामक रहते हैं, जिससे मानव वन जीव संघर्ष की संभावनाएं काफी बनी रहती है।

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