INDIA NEWS (इंडिया न्यूज़ ), कोटद्वार :14 अप्रैल 1944 को जहाज की आग बुझाते हुए अग्निशमन विभाग के 66 अधिकारी कर्मचारी शहीद हो गए थे। जिनको श्रद्धांजलि के रूप में अग्निशमन विभाग द्वारा अग्निशमन सप्ताह मनाया जाता है।
फायर सीजन को देखते हुए वन विभाग पूरी तरह सतर्क है और जंगलों को कैसे आग से बचाया जाए इसकी अतिरिक्त जानकारी भी ले रहे है। लैंसडोन वन प्रभाग के लालढांग रेंज के रेंजर अजय ध्यानी ने फायर सीजन को देखते हुए जंगलों में आग लगने वाली आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन अधिकारी को चिलरखाल बैरियर में बुलाकर सीमित संसाधनों से आग बुझाने के तरीके सीखे।
अग्निशमन अधिकारी सुरेश चंद ने बताया की अग्निशमन विभाग के 66 अधिकारी कर्मचारी 14 अप्रैल 1944 को जहाज की आग बुझाते हुए शहीद हो गए थे। जिनको श्रद्धांजलि के रूप में अग्निशमन विभाग द्वारा अग्निशमन सप्ताह मनाया जाता है। जिसमे आज अग्निशमन सप्ताह के समापन के मौके पर लालढांग रेंज के चिलरखाल कांपरमेंट में पहुंच कर वन कर्मियों को जंगलों में आग बुझाने की जानकारी, घरेलू गैस सिलेंडर पर आग लगने पर कैसे बुझाया जाता है इसका डेमो दिखाया।
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