(Laksar News: Memorandum sent to the Chief Minister regarding increasing road accidents due to stray animals and cattle): लक्सर कस्बा क्षेत्र में इन दिनों सड़कों पर बढ़ते आवारा पशुओं और अन्य गोवंशों की तादाद राहगीरों और क्षेत्रवासियों के लिए दिन-रात हादसों का सबब बनी हुई है। बता दें कि बीते दिनों शिवपुरी मौहल्ला निवासी 84 वर्षीय छोटेलाल सिंह और 86 वर्षीय धीरेंद्र सरकार नामक एक बुजुर्ग को आवारा सांड के हमले में गंभीर रूप से घायल अवस्था में हायर सेंटर रेफर किया गया था। मगर इसके अलावा भी ऐसे कई हादसों का इतिहास कस्बे में काफी संख्या के रूप में दर्ज है। मगर जमीन पर इतने हादसों के बावजूद ना तो प्रशासनिक स्तर पर कोई स्थाई समाधान नजर आ रहा है और ना ही इससे कोई सबब लेकर आवारा पशुओं और गोवंशों की सुरक्षा तथा संरक्षा के संबंध में कोई आवश्यक कदम उठाया जा रहा है।
वही इन दिनों तहसील जैसे सरकारी दफ्तरों का नजारा भी कुछ ऐसा है जो इन आवारा पशुओं और गोवंशों के दाखिल होने से सरकारी दफ्तर कम उनका तबेला ज्यादा नजर आता है। क्षेत्र के माहौल में आवारा पशुओं की बढ़ती तादाद के कारण नजारा कुछ यूँ प्रतीत होता है जैसे सरकारी दफ्तरों में घुसकर अधिकारियों से आवारा पशु और गौवंश खुद अपने लिए आशियानों की चाह में भटक रहे हैं।
बता दें कि उत्तराखंड निर्बल निर्धन विधिक सहायता समिति और उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश रस्तोगी द्वारा लम्बे वक़्त से गौवंश संरक्षण के उद्देश्य से एक स्थाई गौशाला निर्माण को लेकर लगातार आवाज उठाई जा रही है और उनके मुताबिक मुख्यमंत्री को आज एक ज्ञापन के जरिए लक्सर ही नहीं बल्कि हरिद्वार जनपद के अलावा समूचे उत्तराखंड में गोवंशों को संरक्षित कर एक स्थान पर चारा और उनके पालन की मांग उठाई गई है।
उनके द्वारा चारागाह यानि की गोचर भूमि के चयन की मांग करते हुए प्रदेश में गौशालाओं के संचालकों को एकत्र कर खुले में घूमने वाले लावारिस गौवंशो के हित में सरकारी सहयोग की भी मांग उठाई गई है। इसके अलावा इसकी पर्याप्त व्यवस्था हेतु सरकार से उम्मीद और अपेक्षाएं जताकर उन्होंने उत्तराखंड कांग्रेस के बतौर महामंत्री के रूप में भी उन्होंने अपने संगठन की ओर से भी सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने सड़कों पर घूमते और हादसों का कारण बन रहे गोवंशों के लिए निर्बल निर्धन विधिक सहायता समिति की प्रबल प्रतिबद्धता जताई है।