India News (इंडिया न्यूज़),Lohaghat News: लोहाघाट की कोलीढेक झील के नौका संचालकों ने रेंजर लोहाघाट को ज्ञापन देकर झील में खतरा बने देवदार के पेड़ों के निस्तारण की मांग उठाई। उन्होंने कहा नौका संचालन में बाधक बन रहे देवदार के पेड़ों का निस्तारण ना होने के कारण नोका संचालन ठप पड़ा हुआ है। नौका संचालक संघ के अध्यक्ष रोहित सिंह ढेक के नेतृत्व में नाव संचालकों ने रेंजर कार्यालय में ज्ञापन देकर कहा कि कोलीढेक झील में करीब डेढ़ महीने से नौका संचालन ठप हो गया है।
उन्होंने बताया कि पहले तो सिंचाई विभाग ने झील ट्रीटमेंट के तहत नौका संचालन रोका था। अब झील के डूब क्षेत्र में आने वाले देवदार के पेड़ों के निस्तारण के बाद ही नौका संचालन हो पाएगा। उन्होंने बताया कि लंबे समय से नौकायन न होने से नौका संचालक बेरोजगार हो गए हैं। उनके सामने रोजी-रोटी का संकट गहरा गया है तथा बैंक की किस्त देना मुश्किल हो रहा है। नौका संचालकों ने कहा सभी नौका संचालकों के द्वारा बैंक से लोन लेकर नौकाये खरीदी गई है।
उन्होंने कहा जब वन विभाग के द्वारा पेड़ों का निस्तारण किया जाएगा। तब जाकर ही सिंचाई विभाग के द्वारा झील में पानी भरा जाएगा। उन्होंने रेंजर से जल्द पेड़ों का निस्तारण करने की मांग करी ताकि सिंचाई विभाग झील में पानी भर सके और झील में नौका संचालन शुरु हो पाए साथ ही नोका संचालकों के द्वारा सिंचाई विभाग से जल्द नियमावली जारी करने तथा झील की मरम्मत का कार्य जल्द पूर्ण करने की मांग करी है। वहीं वन विभाग का कहना है झील में खतरा बने पेड़ों का छपान का कार्य पूरा कर लिया गया है।
जल्द ही लिस्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी। मालूम इस समय झील में पानी ना होने के कारण नोका संचालन बंद होने से नौका संचालन कर रहे युवाओं के सामने रोजी रोटी का संकट गहरा गया है। कभी पर्यटकों से गुलजार रहने वाली झील इस समय विरान नजर आ रही है। इस मौके पर दीपक फर्त्याल ,लकी खोलिया,विनोद सिंह ढेक, अर्जुन सिंह, कलीम हुसैन, सुनील ढेक, विकास, प्रकाश ढेक, मनीष सिंह आदि नौका संचालक मौजूद रहे।
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