इंडिया न्यूज: उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत गुरूवार को नैनीताल (Nainital) पहुंचे। जहां उन्होंन शिक्षा विभाग के विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति से बचाव हेतु जनजागरूकता अभियान रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही नशे के दुष्प्रभाव से बचने हेतु शपथ दिलाई।
चिकित्सा स्वास्थ्य एवं सहकारिता, उच्च शिक्षा विद्यालय शिक्षा, संस्कृत शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत अपने एक दिवसीय दौरे पर नैनीताल पहुंचे। गुरूवार को शिक्षा विभाग के विभिन्न स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित नशा मुक्ति से बचाव हेतु जनजागरूकता अभियान रैली में प्रतिभाग कर रैली को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। साथ ही नशे के दुष्प्रभाव से बचने हेतु शपथ भी दिलाई। रावत ने कहा नशा मुक्त जनजागरूकता रैली का उद्देश्य न की केवल जन-साधारण को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागृत करना है, बल्कि नशे के खिलाफ जन आन्दोलन का रूप देना है। ताकि नशे के खिलाफ प्रत्येक नागरिक जुड़ कर अपना योगदान दे सके।
धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करते हुए पिछले वर्ष यूजी से प्रारम्भ की गई थी। अब पीजी से लागू करने जा रहे हैं। प्रत्येक डिग्री कॉलेज को नैक की पढ़ाई से शतप्रतिशत जोड़ा जायेगा। जो कि देश का पहला राज्य होगा। सभी कॉलेजों में फैकल्टी से लेकर ई-ग्रंथलायों के लिए बीस लाख पुस्तकें दी जा रही है। जिससे आने वाली भावी पीढ़ी उच्च शिक्षा को प्राप्त कर सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश का पहला राज्य होगा जहॉ पर प्रत्येक छात्र डीजी लॉकर के माध्यम से अपने मोबाइल से अपनी डिग्री प्राप्त कर सकता है। जिससे बच्चों को कॉलेज के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षा के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य कर रही है।
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