(Forest Department on alert mode even before the start of fire season in Uttarakhand): राजाजी टाईगर रिजर्व (Tiger Reserve Area) के गोहरी वन रेंज में वनाग्नि को रोकने के लिए गोष्ठी का अयोजन किया गया। हर वर्ष जंगलों की आग के कारण चपेट में आने वाले वनों को बचाने के लिए नकर्मियों, एसडीआरएफ, राजस्व विभाग तथा ग्राम प्रहरी व ग्रामीणों की भूमिका को तय किया गया।
उत्तराखंड में हर वर्ष जंगलों की आग के कारण हजारों हैक्टेयर वन जल कर राख हो जाते हैं। इतना ही नहीं कई वन्यजीव तथा दुर्लभ पेड़ व जड़ी बूटियां आग की भेंट चढ़ जाती है। जिसको देखते हुए राजाजी टाईगर रिजर्व के गोहरी वन रेंज में वनाग्नि को रोकने के लिए गोष्ठी का अयोजन किया गया। जिसमें वनकर्मियों, एसडीआरएफ, राजस्व विभाग तथा ग्राम प्रहरी व ग्रामीणों की भूमिका को तय किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल आशीष चौहान ने आगामी माह में होने वाले फायर सीजन को देखते हुए राजस्व विभाग की टीम को मुस्तैद रखने के निर्देश दिए। साथ ही ग्राम पंचायतों को अग्नि काल में सतर्क रहते हुए विभागीय को तालमेल बिठाने की बात कही।
वहीं राजाजी टाईगर रिजर्व की उपनिदेशक कहकशा नसीम ने कहा कि तापमान बढ़ने तथा बारिश कम होने के कारण आगामी माह में वनों में आग लगने का सीजन शुरू हो रहा है। जिसको देखते हुए वनों के नजदीक बसे गांवों की प्राथमिकता वनकर्मियो के आने से पहले आग बुझाने की होती है। इस बार वन विभाग के साथ एसडीआरएफ को भी जोड़ दिया गया है जो वनकर्मियो के साथ मिलकर आग को काबू में करने का काम करेंगे।
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