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Triple Talaq Case In Uttarakhand : आज भी मुस्लिम महिलाओं को डस रहा तीन तलाक, शादी के 12 साल बाद पति ने कहा तलाक, तलाक, तलाक

• LAST UPDATED : May 9, 2023

India News(इंडिया न्यूज़) काशीपुर“Triple Talaq Case In Uttarakhand” : काशीपुर में दहेज की मांग पूरी ना होने पर पीड़िता ने बताया कि दानिश उसके साथ मारपीट करना, गाली गलौज करना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही अपनी बहन की शादी करनी है और उसकी शादी के लिए दहेज की मांग भी पीड़िता के घर वालों से की जा रही थी।

पति ने पत्नी को ट्रिपल तलाक देकर घर से बाहर निकाला

तलाक, तलाक, तलाक यह तीन शब्द मुस्लिम महिलाओं के लिए नर्क के जहरीले सांप के दंश के समान हैं। तीन तलाक के खिलाफ कानून बनने के बाद भी यह मुस्लिम महिलाओं का पीछा नहीं छोड़ रहा, जो अभी भी तीन तलाक की धमकी से पीड़ित और बेबस नजर आ रही हैं। जबकि केंद्र सरकार ने मुस्लिम समाज की महिलाओं को तीन तलाक से राहत देने के लिए कानून तो बना दिया, लेकिन कुछ लोग अभी भी इस कानून को अपने हाथ का खिलौना समझ रहे हैं।एक और ट्रिपल तलाक का मामला जनपद उधम सिंह नगर के काशीपुर से सामने आया जहां शादी के 12 साल बाद पति ने अपनी पत्नी को ट्रिपल तलाक देकर घर से बाहर निकाल दिया गया है।

12 साल बाद महिला को तलाक देकर घर से निकाला

उधम सिंह नगर के काशीपुर से एक और ट्रिपल तलाक का मामला सामने आया है, जहां शादी के 12 साल बाद महिला को तलाक देकर घर से भगा दिया। एक महिला की शादी 12 वर्ष पूर्व मुस्लिम रीति रिवाज के साथ काशीपुर महेशपुर मदर कलोनी निवासी दानिश रजा के साथ के साथ हुए थी। और शादी के कुछ समय बाद ही दानिश ने दहेज की मांग करना शुरू कर दिया। मांग ना पूरी होने पर पीड़िता ने बताया कि दानिश उसके साथ मारपीट करना, गाली गलौज करना शुरू कर दिया था। इसके साथ ही अपनी बहन की शादी करनी है और उसकी शादी के लिए दहेज की मांग भी पीड़िता के घर वालों से की जा रही थी। पीड़िता ने बताया घर वालों को बुलाकर बेरहमी से पीटा गया जिसके बाद तीन बार तलाक देकर मुझे घर से धक्के देकर भगा दिया गया।

पीड़िता ने कार्रवाई की मांग की

जिसके बाद बरहाल पीड़िता ने पुलिस को लिखित शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि अंजुम को न्याय मिल पाता है या नहीं लेकिन पुलिस को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी होगी ताकि कोई निर्दोष सलाखों के पीछे ना जाए और किसी पीड़िता के साथ अन्याय ना हो।

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