(Special status to the state of Uttarakhand after the coming of the Congress government, resolution passed in the General Assembly): उत्तराखंड (Uttarakhand) को स्पेशल राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर लोगों में कवायद तेज हो गयी है।
उत्तराखंड (Uttarakhand) राज्य को स्पेशल राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर राज्य में कवायद तेज हो गयी है।दरअसल छत्तीसगढ़ में हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महाधिवेशन में इस प्रस्ताव को पास किए जाने के बाद अब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस विषय पर कांग्रेस को लेकर हमला बोला है।
सीएम धामी ने कहा है कि उत्तराखंड को वर्ष 2001में अटल बिहारी वाजपेई ने ही स्पेशल राज्य का दर्जा दिया था लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने उसे खत्म कर दिया अब कांग्रेस सत्ता में आने के लिए इस तरह के प्रस्ताव को पास करवा रही है।
बीते दिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का राष्ट्रीय महाधिवेशन हुआ था उस महा अधिवेशन में कांग्रेस ने उत्तराखंड को लेकर एक राजनीतिक प्रस्ताव पास किया था जिसमें कहा गया है कि अगर कांग्रेस पुनः सत्ता वापसी करती है तो उत्तराखंड राज्य को पहले की तरह विशेष राज्य का दर्जा दिया जाएगा।
देश के आर्थिक रूप से पिछड़े और जनजातीय आबादी वाले पड़ोसी मुल्क सीमा से लगे हुए राज्य इसके अंतर्गत आते हैं और ऐसे प्रदेशों को केन्द्र सरकार की तरफ से विशेष प्रावधान के जरिए उत्पाद शुल्क में छूट और योजना सहायता में रियायत मिलती हैं और उन्हें टैक्स में छूट मिलती हैं।