India News (इंडिया न्यूज़), Rishikesh News: ऋषिकेश के यमकेश्वर ब्लॉक के टोला, पंबा, दलमोगी, तुरेड़ा और जिमराड़ी गांवों में करीब 150 से अधिक परिवार रहते हैं जो पेयजल संकट से जूझ रहे हैं। गांव में पेयजल आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीण दूरस्थ इलाकों के प्राकृतिक स्रोतों से पानी ढोने को मजबूर हैं।
बीते दिनों हुई मूसलाधार बारिश से ग्रामीण क्षेत्र में काफी नुकसान हुआ है। जगह-जगह पेयजल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई हैं। स्थानीय ग्रामीण भारत सिंह राणा, जसवीर रावत, धनवीर रावत, सतेंद्र सिंह राणा, गोविंद रावत, सुखदेव राणा ने बताया कि गांव में लंबे समय से पेयजल के किल्लत की समस्या बनी हुई है।
पौड़ी डीएम डॉ. आशीष चौहान ने कुछ सप्ताह पहले लक्ष्मणझूला स्थित डीएम कैंप कार्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ मिलकर आपदा की बैठक की थी। जिसमें उन्होंने विभागीय अधिकारियों को आपदा प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद भी अधिकारी संवेदनशील नहीं हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि जलसंस्थान कोटद्वार के अधिकारी समस्या को अनसुना कर रहे हैं। वहीं तेज धूप निकलने से प्राकृतिक स्रोत सूखने लगे हैं। जिसके कारण ग्रामीणों की समस्या बढ़ गई है।
जलकल अभियंता, अभिषेक कुमार वर्मा- गांव में पेयजल संकट होने की कोई शिकायत नहीं मिली है। यदि संकट है तो स्थानीय अवर अभियंता से गांव में जल्द पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था सुचारू की जाएगी।
Read more: Udham Singh Nagar News: हापुड़ की लाठी चार्ज घटना पर वकीलों ने प्रदर्शन कर जताया विरोध