तेलंगाना के नलगोंडा जिले के फणीगिरी गांव में पुरातत्वविदों ने खुदाई की। इस दौरान खुदाई में दो घड़ों में पुराने सिक्के निकले। ये सिक्के 2000 साल पुराने बताए जा रहे हैं।
इस बार जो सिक्के निकले है वो बौद्ध काल के बताए जा रहे हैं। बता दे कि ये सबी सिक्के शीशे से बने हुए है। इनकी संख्या करीब 3700 है।
ऐसा कहा जाता है कि नलगोंडा जिले का फैनिगिरी गांव तीसरी शताब्दी के मध्य में बौद्ध ज्ञान एक प्रमुख केंद्र के रूप में बना था।
यहां पर पहाड़ी की 16 एकड़ इलाके में विहारम, बौद्ध स्तूप और चैत्य फैले हुए हैं। यहां पर सभी पुरातात्विक जगहों की अधिक इक्ष्वाकुओं की मूर्तियां यहां पाई गई हैं।
जहां पर पाए जाने वाले हर पत्थर का टुकड़ा कले रंग का है। पुरातत्व विभाग का कहना है कि बोधिसत्व की खड़ी प्लास्टर प्रतिमा केवल दक्षिण भारत में फणीगिरि की खुदाई में पाई गई थी।
जहां साल 2001 से 2007 और फिर 2018-19 में खुदाई की गई। 31 मार्च 2024 को हुई खुदाई में ये सिक्के, शिलालेख, मेहराब, लेख, सिक्के और खुद हुए खंभे मिले हैं।