आखिर क्यों दोपहर में मंदिर नहीं जाना चाहिए?

मंदिर जाने से सकारात्मकता बढ़ती है और जीवन में खुशियां आती हैं।

भगवान का आशीर्वाद सदैव आप पर बना रहता है।

शास्त्रों में सुझाव दिया गया है कि सुबह और शाम के समय मंदिर जाना चाहिए।

दोपहर के समय मंदिर जाना वर्जित है क्योंकि इस समय शरीर आलस्य से भरा होता है और मन निद्रा की अवस्था में होता है।

दोपहर का समय भगवान के शयन का समय होता है और इस समय मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं।

शास्त्रों के अनुसार दोपहर का समय भूत-प्रेतों, पितरों और अतृप्त आत्माओं का समय होता है इसलिए दोपहर के समय मंदिर में जाना वर्जित है।

ये सारी जानकारी केवल मान्यताओं, धार्मिक ग्रंथों और विभिन्न माध्यमों पर आधारित है। किसी भी जानकारी को स्वीकार करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना उचित है।