आखिर पाकिस्तान का नाम पाकिस्तान ही क्यों रखा गया?
15 अगस्त 1947 भारतवासियों के लिए आजादी का दिन है
तो वहीं दूसरी ओर एक बड़ी आबादी के लिए ये दिन विभाजन की त्रासदी की भी याद दिलाती है।
अंग्रेज देश छोड़कर जा चुके थे, लेकिन भारत को 2 हिस्सों में फुट डालकर।
आजादी के समय हजारों ऐसे परिवार थे, जिसके परिवार से कुछ सदस्य सरहज के पार थे तो कुछ इस पार रह गए।
भारत दो हिस्सों में बंट गया, पाकिस्तान और हिन्दुस्तान।
हिंदुस्तान नाम तो पहले से ही था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दूसरे हिस्से का नाम पाकिस्तान कैसे पड़ा।
मुस्लिम लीग के नेता मोहम्मद अली जिन्ना और अल्लामा इकबाल ने नए मुस्लिम राष्ट्र का नाम तय किया।
लाहौर में वे दो राष्ट्र सिद्धांत और अलग मुस्लिम संविधान की मांग कर रहे थे।
उनके पास कोई नाम नहीं था, इसलिए उन्होंने रहमत की पुस्तिका से पाकिस्तान का नाम लिया
और उसे संशोधित करके पाकिस्तान रख दिया।