अखिलेश के शायराना अंदाज ने किया सभी को हैरान, लेकिन सरकार को धो डाला
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण के बाद आज समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संसद में सरकार पर सवाल उठाए
अखिलेश यादव ने अपने भाषण की शुरुआत एक कविता से की, "आवाम ने तोड़ दिया सरकार का अहंकार, बड़े उड़े दिन पर दरबार तो लगा"
उन्होंने कहा कि जनता कह रही है कि यह गिरने वाली सरकार है, क्योंकि इसका कोई आधार नहीं है
अखिलेश ने कहा कि 15 अगस्त 1947 देश की आजादी का दिन था और 4 जून 2024 सांप्रदायिक राजनीति से मुक्ति का दिन होगा
अखिलेश ने कहा कि सरकार भारत की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होने का दावा करती है, लेकिन वह प्रति व्यक्ति आय के बारे में क्यों नहीं बताती?
उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार पर बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि गंगाजल की कसम खाने वालों को झूठ नहीं बोलना चाहिए
नीट परीक्षा पर अखिलेश ने कहा कि यूपी-दूसरे राज्यों में पेपर लीक की घटनाएं सामने आई हैं। सरकार नौकरी नहीं देना चाहती, इसलिए पेपर लीक करा रही है
अयोध्या विजय को लोकतांत्रिक जीत बताते हुए अखिलेश ने कहा, 'होई वही जो राम रची राखा
अखिलेश ने एक और शेर पढ़ा, उन्होंने पढ़ा, 'इस गम में हुजूर-ए-आला आज तक खामोश बैठे हैं... मजाक कोई चुरा ले गया, जलेबी हमें करने करके गया'
ईवीएम पर सवाल उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि उन्हें कभी ईवीएम पर भरोसा नहीं रहा
उन्होंने कहा कि अगर वह उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटें भी जीत लें, तब भी उन्हें ईवीएम पर भरोसा नहीं रहेगा