रुक-रुक कर आता है पेशाब, तो हो सकती है ये जानलेवा बीमारी

पुरुषों में मूत्राशय के नीचे अखरोट के आकार की एक छोटी ग्रंथि होती है, जिसे प्रोस्टेट ग्रंथि कहा जाता है। यह ग्रंथि वीर्य उत्पन्न करती है।

कभी-कभी इस ग्रंथि में कैंसर विकसित हो जाता है, जिसे प्रोस्टेट कैंसर कहा जाता है। यह पुरुषों में दूसरा सबसे आम प्राथमिक कैंसर है।

प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण शुरुआत में दिखाई नहीं देते और धीरे-धीरे बढ़ते रहते हैं।

प्रोस्टेट कैंसर से पीड़ित लोगों में कोई ध्यान देने योग्य लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन ट्यूमर बढ़ने पर लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

50 की उम्र के बाद प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ने लगता है, जिससे मूत्रमार्ग पर दबाव पड़ सकता है।

प्रोस्टेट कैंसर के कारण प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ सकता है, जिससे लक्षण उत्पन्न हो सकते हैं।

सतर्क रहकर और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखकर प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों को पहचाना जा सकता है।

प्रोस्टेट कैंसर के लक्षणों में पेशाब में बदलाव भी शामिल हो सकता है।