महाराणा प्रताप की जिंदगी के आखिरी पल, मौत की खबर सुन अकबर भी रोया
वैसे तो जप, तप और धर्म-कर्म के गुणों से परिपूर्ण इसकी तेजस्वी एवं ओजस्वी भूमि पर
अनेक वीरांगनाओं ने जन्म लेकर राजस्थान का गौरव बढ़ाया है
लेकिन महाराणा प्रताप उन चंद शासकों में से एक हैं जिनकी वीरता, वीरता और पराक्रम की गाथाएं मशहूर हैं
उस गौरवशाली संघर्ष की कहानी सुनकर हर किसी के रोंगटे खड़े हो जाते हैं
अमर राष्ट्रनायक, दृढ़ निश्चयी योद्धा और आजादी के लिए जीवन भर मुगलों से लोहा लिया
वीर योद्धा महाराणा प्रताप को जंगल-जंगल भटकने और घास की रोटी खानी पड़ी थी
लेकिन तब भी वो अकबर की अधीनता को स्वीकार करने के लिए मंजूर नहीं हुए
महाराणा प्रताप की मौत अपनी ही राजधानी चावंड में धनुष की डोर खींचने से हुई
कहा जाता है की महाराणा प्रताप की मौत की खबर सुनकर अकबर की आंखों में भी आंसू आ गए थे।
उनकी देश भक्ती अटल थी।