अपनी कार के लिए सीएनजी किट खरीदने से पहले आपको कुछ बातें पता होनी चाहिए। सीएनजी किट लगवाने से भी काफी नुकसान होता है।
आज हम आपको इन्हीं के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं CNG किट लगवाने के क्या-क्या नुकसान होते हैं?
सीएनजी किट लगाने का सबसे बड़ा नुकसान यह है कि बूट स्पेस खत्म हो जाता है।
बूटस्पेस हैचबैक कार में बूट स्पेस पूरी तरह खत्म हो जाता है, जबकि सेडान कार में थोड़ा सा बूट स्पेस ही बचता है।
सीएनजी किट के बाद स्टॉकर पर भी बुरा असर देखने को मिल रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि सीएनजी सिलेंडर का वजन 25 से 30 किलोमीटर तक होता है।
पेट्रोल कार की तुलना में सीएनजी से चलने वाली कार का ऑर्डर कम होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सीएनजी में ऊर्जा घनत्व कम होता है।
सीएनजी किट के बाद आम तौर पर देखा गया है कि कार की सर्विसिंग और मेंटेनेंस की जरूरत सबसे ज्यादा होती है।
सीएनजी फिल्टर, गैस लाइन और अन्य घटक समय-समय पर बेचे जाते हैं।
ऐसा माना जाता है कि सीएनजी किट से कार के इंजन पर भी बुरा असर पड़ता है, जिससे इंजन की लाइफ कम हो जाती है।
सीएनजी किट लगवाने के बाद कार की रीसेल वैल्यू पर भी बुरा असर पड़ता है।