40 बार की शादी, फिर भी नहीं मिली दुल्हन
एक दूल्हा हर साल बारात के साथ जाता है। फिर उसकी खातिर होती है लेकिन बिना दुल्हन दिए वापस भेज देते है।
दूल्हा बनने वाले शख्स यूपी के लखीमपुर खीरी जिले के ईसानगर के नरगड़ा गांव का है। जिसका नाम विश्वम्भर दयाल मिश्रा है।
विश्वम्भर 40 बार दूल्हा बन चुके हैं लेकिन कोई दुल्हन उनके साथ नहीं जाना चाहती है।
दरअसल, पुरानी परंपरा से नरगड़ा गांव में यह होली के दिन निभाई जाने वाली एक रस्म है। इसमें दूल्हे को बिना दूल्हन के भेज दिया जाता है।
गांव नरगड़ा के रहने वाले विश्वम्भर दयाल मिश्रा बीते 40 सालों से दूल्हा बनकर इस परंपरा को निभा रहे हैं।
विश्वम्भर की ससुराल गांव में ही है। हर साल होली से पहले उनके पत्नी मोहिनी कोमायके भेज देते है। इस परम्परा में मोहिनी दुल्हन की भूमिका निभाती हैं।
विश्वम्भर होली वाले दिन दूल्हा बनते हैं और गाजे-बाजे के साथ बारात लेकर ससुराल जाते है लेकिन वहा से उनको बिना दुल्हन के भेज दिया जाता है।