शिव जी नंदी, विष्णु जी गरुड...क्या है? हनुमान जी की सवारी

बाल रूप में हनुमान जी ने सूर्य को निगल लिया था। 

आपने सुना होगा सभी भगवान की अपनी कोई ना कोई सवारी है जिससे वह आकाश से धरती पर घूमते रहते हैं। 

जैसे की लक्ष्मी जी उल्लू पर, विष्णु जी गरुड पर, मां सरस्वती हंस पर ऐसे सभी देवी देवताओं के अपनी कोई न कोई सवारी है। 

क्या आपने सोचा है की हनुमान जी की सवारी क्या होगी ?

बजरंग बाण में बताया गया है कि हनुमान जी की सवारी वायु है। 

आपने पढ़ा होगा की रामायण काल में श्री राम -लक्ष्मण को अपने कंधे पर उठाकर हनुमान जी उड़ान भर दिए थे। 

एक बार हनुमान जी बात-बात में द्रोणचल पर्वत को उठाकर लंका लेकर आए। 

फिर उसी रात में हवा में उड़ कर उसे पर्वत को वापस उसी स्थान पर लाकर रख दिया।