मुगल हरम में अवैध संबंध बनाने वाली महिलाओं को दी जाती थी ये खौफनाक सजा

मुगल हरम में अय्याशी का अड्डा है। प्रत्येक शासक का अपना हरम होता था जिसमें महिलाओं को रखा जाता था।

एक बार जब महिलाएं हरम में प्रवेश कर गईं, तो उनका बाहर निकलना असंभव था।

हरम की सुरक्षा के लिए विदेश से सशक्त महिलाएँ लायी जाती थीं।

मुगल हरम में केवल मुगल शासक को ही प्रवेश की अनुमति थी।

वह जब चाहे हरम में जा सकता था और अपनी पसंद की महिला के साथ यौन संबंध बना सकता था।

मुग़ल शब्द अरबी से आया है। इसका मतलब है छुपी हुई जगह। जहां पुरुषों को प्रवेश की इजाजत नहीं है।

बाहरी पुरुषों को हरम में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। उसे शासक के अलावा अन्य पुरुषों के साथ संबंध रखने की अनुमति नहीं थी।

इतिहासकारों के मुताबिक हरम में फांसी का तख्ता भी बनाया गया था। यदि कोई महिला संबंध बनाते हुए पकड़ी जाती तो उसे फाँसी दे दी जाती।

बाद में महिला के शव को एक सुरंग के जरिए फेंक दिया जाता था।