ग्रीनपीस ईस्ट एशिया की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2030 तक समुद्र जलस्तर में होने वाली वृद्धि के कारण 7 एशियाई शहरों में कम से कम डेढ़ करोड़ लोग और 1829 वर्ग किलोमीटर भूमि प्रभावित हो सकती है
रिपोर्ट के मुताबिक, 2030 से लेकर 2050 के बीच कई प्रकार की बीमारियों से लोग ग्रसित होंगे, जिससे हर साल ढाई लाख मौतें बढ़ जाएंगी
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वातावरण में बढ़ी कार्बन डाई ऑक्साइड और ग्रीन हाउस गैसें समुद्र में भी घुल रही हैं, अम्लीयता बढ़ने के कारण कई समुद्री जीवों का अस्तित्व भी खतरे में है
साल 2040 तक हर 4 में से 1 बच्चा पानी की कमी वाले क्षेत्रों में होगा, वहीं, 2050 तक जलवायु परिवर्तन से पैदा होने वाले संकट के कारण 2.4 करोड़ बच्चे कुपोषित होंगे
तकरीबन 14.3 करोड़ लोग घर छोड़ पलायन करने पर मजबूर होंगे
साथ ही 2030 से 2050 के बीच बच्चों में दस्त, मलेरिया, गर्मी और कुपोषण जैसी बीमारियां बढ़ेंगी
इतने बदलाव से 3.8 करोड़ बच्चों की शिक्षा पर भी बुरा असर पड़ेगा