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Azamgarh Festival 2023: आजमगढ़ महोस्तव में उत्तर प्रदेश की गौरवशाली परंपरा, इतिहास को किया जा रहा उजागर….

• LAST UPDATED : September 19, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Azamgarh Festival 2023: जनपद आजमगढ़ महोत्सव 2023 का 18 से 24 सितंबर तक एक सप्ताह के कार्यक्रम का आगाज हुआ। कार्यक्रम में प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही द्वारा राजकीय पालिटेक्निक कॉलेज आजमगढ़ के परिसर में महोत्सव-2023 का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर हुनर संस्थान के बच्चों द्वारा आजमगढ़ थीम सांग पर नृत्य की प्रस्तुति की।

इसके साथ ही मैथिली ठाकुर द्वारा लोक गायन की प्रस्तुति, जस्सू खान द्वारा राजस्थानी लोक गायन एवं संगीत नाटक अकादमी द्वारा ब्रज की होली की प्रस्तुति की गयी। कार्यक्रम के दौरान जिले के समस्त अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण तथा बड़ी संख्या में आम जनमानस रहे।

कृषि मंत्री ने की मीडिया से बात

मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार कृषि मंत्री ने कहा कि जिला प्रशासन और स्थानीय नागरिकों ने मिलकर एक सप्ताह का कार्यक्रम जिसमें आजमगढ़ के गौरवशाली अतीत और विकसित और विकासीयुक्त आजमगढ़ में प्रस्तुत के माध्यम से की जा सकेगी। लोक कलाओं के साथ यहां के कारीगर, कला जो यहाँ की विशेषताएं हैं जनता के बीच उजागर हो सकेंगे। उसके माध्यम से आजमगढ़ एक विकसित के रूप में खड़ा हो सकेगा।

CM ने लाया विकसित भारत का संकल्प

प्रधानमंत्री जी ने आजादी के अमृत महोत्सव पर विकसित भारत का संकल्प ले रखा है, उसी के क्रम प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी लिया है। इसलिए हर महोत्सव के माध्यम से उस जनपद की विशेषताएं उनके बीच जा रही है। कल ही प्रधानमंत्री ने एक जनपद एक उत्पाद की चर्चा की थी। मुख्यमंत्री ने भी एक जनपद एक उत्पाद को शुरू किया जिसके माध्यम से उस जनपद की विशेषताएं देश दुनिया में जगह बना रही है, यह एक बेहतर प्लेटफार्म है। आजमगढ़ में चलने वाले एक सप्ताह कार्यक्रम की बधाई और शुभकामनाएं दी।

यूपी में नदियों का परवाह

शासन का थीम है कि जिसने उत्तर प्रदेश नहीं देखा उसने भारत नहीं देखा इस सवाल पर कृषि मंत्री ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश है जहां गंगा, जमुना, सरजू जैसी पवित्र नदियों का अनंत चलने वाले परवाह है। यहां उत्तर प्रदेश के भीतर अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि है। विश्व की प्राचीन सांस्कृतिक नगरी काशी उत्तर प्रदेश के भीतर विराजमान है, जहां बाबा काशी विश्वनाथ विराजते हैं। इसी तरह से भगवान श्री कृष्ण की भूमि मथुरा और गौतम बुद्ध की उत्तर प्रदेश के कपिलवस्तु सिद्धार्थनगर में है। वहीं सारनाथ जहां पर उन्होंने ज्ञान वितरित किया, वह स्थान उत्तर प्रदेश के पास है।

जिसने UP नही देखा उसने भारत को नहीं देखा

टआगरा की सांस्कृतिक विरासत उत्तर प्रदेश के पास है। बुंदेलखंड की बुंदेली शहादत और संघर्ष की कहानी, आल्हा रुदल की धरती उत्तर प्रदेश में है। महा विंध्यवासिनी उत्तर प्रदेश में है। इसलिए उत्तर प्रदेश जिसने नहीं देखा वह भारत को नहीं देखा। कहा कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश के पर्यटक और सांस्कृतिक विरासत को पूरे दुनिया में प्रस्तुत करने के लिए प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में निरंतर काम को बढ़ाया है, उसी क्रम में आजमगढ़ की जो गौरवशाली परंपरा, इतिहास और ख्याति रही उसको इन माध्यमों से उजागर कर सकें।

 

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