होम / Kargil Diwas 2023: देवभूमि के सपूतों के बिना अधूरी है कारगिल की वीरगाथा, सीएम धामी ने वीर सपूतों को याद कर कहा…

Kargil Diwas 2023: देवभूमि के सपूतों के बिना अधूरी है कारगिल की वीरगाथा, सीएम धामी ने वीर सपूतों को याद कर कहा…

• LAST UPDATED : July 26, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Kargil Diwas 2023: पूरे देश में आज कारगिल विजय दिवस मनाया जा रहा है। जिसके चलते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी राजधानी देहरादून में बुधवार को कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन किया। मुख्यमंत्री ने गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक स्थल पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। बता दें, वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध में उत्तराखंड के 75 जवानो ने दिया सर्वोच्च बलिदान दिया था।

हर भारतीय को अपने जवानों की वीरता पर गर्व

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखंड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी थी । जिसको लेकर राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। हमेशा से ही भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से देश का मान बढ़ाया है। इसलिए हर भारतीय को अपने जवानों की वीरता पर गर्व है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहते हैं, ”आज कारगिल विजय दिवस के अवसर पर, मैं हमारे देश के उन बहादुरों को सम्मान देता हूं जिन्होंने भारत की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी और इतिहास रचा।”

उत्तराखंड के 75 जवानो ने दिया सर्वोच्च बलिदान

वर्ष 1999 में हुए कारगिल युद्ध में भारतीय सेना ने 526 सैनिकों को खोया था।  जबकि 1363 जवान गंभीर रूप से घायल हुए थे। इसमें उत्तराखंड के 75 जवानो ने दिया सर्वोच्च बलिदान दिया था। वहीं अगर बात पाकिस्तान की करें तो कारगिल युद्ध में पाकिस्तानी सेना के लगभग चार हजार सैनिक मारे गए थे। जिसके चलते हर वर्ष 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।

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