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Risk of Cardiac Death: किन वजहों से कम उम्र में भी लोग हो रहे हैं हार्ट अटैक का शिकार? रिसर्च में हुआ खुलासा

• LAST UPDATED : February 14, 2023

(Due to what reasons people are becoming victims of heart attack): हार्ट अटैक (Heart Attack) की उम्र क्या हो सकती है? 60 साल या कम से कम 50 साल। लेकिन भारत में युवा और स्वस्थ वयस्कों के बीच दिल के दौरे यानी हार्ट अटैक (Cardiac Death) के केस दिन प्रति दिन बढ़ते जा रहे हैं। पिछले कुछ सालों में आपने देखा होगा कि हार्ट अटैक से कई नौजवानों की जान चली गई है। जहां पहले हार्ट अटैक की परेशानी बुजुर्ग लोगों में देखने को मिलती थी, वहीं अब कम उम्र के लोग भी इसका शिकार हो रहे हैं। आखिर इतनी कम उम्र में इसके पीछे क्या कारण है। लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं क्योंकि लोगों के बीच इस समस्या को लेकर काफी चिंता बढ़ गई है।

हार्ट अटैक से अचानक मौत क्यों होती है?

एक साइट के मुताबिक इसी संबंध में एक रिसर्च यूरोपियन रेस्पिरेटरी सोसाइटी इंटरनेशनल कांग्रेस (European Respiratory Society International Congress) में पेश की गई है। जहां दावा किया गया है कि कम उम्र के युवाओं के फेफड़े खराब होने का सीधा संबंध अचानक हृदयघात से हुई मौत से है। अगर युं कहें कि कम उम्र के लोगों का फेफड़ें सही तरीके से काम नहीं करता तो उनमें अचानक हार्ट अटैक से मौत का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है।

इस उम्र में फेफड़ें से मौत की आशंका कम

स्वीडन की एक यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की एक टीम ने कुछ लोगों पर रिसर्च कर अपने अध्ययन में बताया कि 20-45 वर्ष लोगों में पहले से दिल से संबंधित बीमारी के लक्षण नहीं थे। शोधकर्ताओं ने ऐसे लोगों पर 40 साल तक नजर रखी। जिसके बाद शोध के अंत में पाया गया कि जिन लोगों के फेफड़े सही तरीके से काम नहीं करते थे, उन लोगों में अचानक मौत का जोखिम ज्यादा था।

हार्ट को हेल्दी रखने के लिए कुछ टिप्स

डॉ. के मुताबिक दिल के दौरे के किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें और कोई भी लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। किसी भी युवा वयस्कों में जब हार्ट अटैक आता है तो उनके सीने में बहुत तेज दर्द होता है। जिसके बाद हार्ट अटैक आता है। अगर इसके अन्य लक्षणों कि बात करें तो सांस लेने में तकलीफ, कंधों, बाहों और जबड़े में दर्द, अत्यधिक थकान, हल्कापन, पसीना और उल्टी होना आदि हो सकता है। आज कल के कुछ युवा मसल्स बनाने पर ज्यादा ध्यान देते हैं उन्हें इसके बजाय ज्यादा भोजन करने से बचना चाहिए।क्योंकि ऐसा करने से हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा बड़ जाता है। इसलिए एरोबिक एक्सरसाइज करनी चाहिए। फिट रहने के लिए योग और मेडिटेशन पर भी फोकस कर सकतें हैं।

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