होम / Baghpat News : तीसरी आंख की निगहबानी में महफूज है बागपत का खेड़की गांव

Baghpat News : तीसरी आंख की निगहबानी में महफूज है बागपत का खेड़की गांव

• LAST UPDATED : August 9, 2023

India News (इंडिया न्यूज), Baghpat News : छोटी छोटी सुविधाओ के लिये सरकारी मदद की ओर देखने वाले गांवो के लिए बागपत का खेड़की गांव एक मिसाल बन गया है। यहाँ के बाशिंदे सीसीटीवी की निगहबानी में बेख़ौफ़ रहते है।

आपको बता दें खेड़की गांव पूरी तरह से सीसीटीवी की निगहबानी में महफूज है। ग्राम प्रधान आशिश शर्मा ने बताया कि करीब तीन हज़ार की आबादी वाले खेड़की गांव में सुरक्षा की दृष्टि से प्रत्येक गली और चौराहों पर हाइ-डाइमेंशन कैमरे लगाए गए है। जिनका कंट्रोल ग्राम पंचायत कर्यालय के अलावा पुलिस कार्यालय में भी है। खेड़की गांव की प्रत्येक गतिविधि चौबीसों घंटे की जानकारी ग्राम प्रधान के अलावा पुलिस के पास भी रहती है।

घरों पर नम्बर आवंटित करने वाला खेड़की पहला गांव

ग्राम प्रधान ने बताया कि गांव पूर्ण रूप से सीसीटीवी कैमरों से तो लैस है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में पहली बार खेड़की गांव में हाउस नम्बर आवंटित किए गए हैं। घरों पर नम्बर आवंटित वाला खेड़की पहला गांव है। घरों पर नम्बर आवंटित होने से गांव में आने वाले बाहरी लोगों को काफी सुविधा हो जाती है। इसके अलावा घरों पर नम्बर आवंटित होने से महत्वपूर्ण डाक भी आसानी से और जल्दी पहुंच जाती है।

बहन-बेटी अब बेख़ौफ़ गांव में घूम रही

गांव वालों का कहना है कि सीसीटीवी कैमरे लगने से महिलाओं को काफी सुविधा हो गयी है। कैमरों के चलते छेड़छाड़ की घटनाओं पर अंकुश लग गया है। बहन-बेटी अब बेख़ौफ़ गांव में घूम रही हैं।

खेड़की गांव 709 B हाईवे पर जिला मुख्यालय से छह किलो मीटर की दूरी स्थित है। गांव मुख्य रूप से कृषि प्रधान है।
अक्सर गांव से पशु और कृषि उपकरणों की छोटी मोटी घटनाएं होती रहती है और गांव की सीमा पर एक इंटरमीडियट स्कूल भी है। जिसमे आस पास के गांव की बच्चियां पढ़ती है और छुट्टी के समय अक्सर छात्राओं के साथ छेड़छाड़ की घटना हो जाती थी। अब कैमरे लगने से ऐसी घटनाओं पर भी अंकुश लग गया हैं।

Read more: मायावती शासन काल में बना अंबेडकर ब्रिज फिर मांग रहा मरम्मत, साल 2008 में बना पुल 21वीं बार हुआ क्षतिग्रस्त

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox