India News (इंडिया न्यूज) Abhishek Singh, Gonda : यूपी एटीएस ने आतंकी सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद देश विरोधी गतिविधियों में शामिल साइकिल का पंचर बनाने वाले के बेटे रईस को गिरफ्तार करने के बाद कई बड़े राज खुल कर सामने आए हैं। यूपी एटीएस ने रईस के दो साथी सलमान और अरमान को मुंबई से गिरफ्तार किया है। मुंबई में उच्च न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद एटीएस इन्हें लखनऊ लाई है। जहां इन पाकिस्तानी जासूसों से पूछताछ की जा रही है।
जिसमें सलमान गोंडा के वजीरगंज थाना के गांव धनेश्वरपुर के मजरा दुआवा मांजा का रहने वाला है। जबकि अरमान मुंबई का रहने वाला है। वहीं सलमान के माता पिता को उनके बेटे की करतूत से खुद को बेखबर बता रहे हैं। उनका कहना है कि वह उनसे कुछ नही बताता था। हम सबको पता था कि वह मुंबई में पेंटिंग का काम कर रहा है। लेकिन इन बातों की उनको किसी को कुछ भनक नही थी।
गोंडा जिले के तरबगंज और वजीरगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले दोनों पाकिस्तानी जासूस रईस और सलमान की गिरफ्तारी के बाद परिजन काफी परेशान दिख रहे हैं। रईस के पिता मोहम्मद हुसैन घर पर पंचर बनाने का काम करते हैं। जबकि सलमान का पिता मोहम्मद अली मुंबई में रहकर चूड़ी बेचने का काम करते हैं। मोहम्मद अली जून के महीने में अपने घर आए थे। तब से वह यहीं पर रह रहे हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान सलमान के पिता मोहम्मद अली ने एक सवाल के जवाब में बताया कि बेटे के गिरफ्तार होने की जानकारी उन्हें मिली है। उन्हें यह नहीं पता है कि उनके बेटे को क्यों गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि मेरे भाई मुंबई में रहते हैं उन्होंने हमें बताया कि सलमान को पुलिस पकड़ ले गई है।
सलमान मुंबई में पेंटिंग का काम करता था। उन्होंने कहा कि उसके पांच बेटे और एक बेटी है। एक लड़का पढ़ रहा है। दूसरा लड़का गोंडा के उर्दू स्कूल में पढ़ा रहा है। उसने कहा कि उसके देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने की उसे कोई जानकारी नहीं है। वहीं उनसे पूछे जाने पर कि रईस कभी उनके घर आया इस पर उन्होंने कहा कि रईस उनके घर पर कभी भी नहीं आया। बेटे की गिरफ्तारी के बाद उसकी मां भी काफी परेशान दिख रही है।
यूपी के गोंडा जिले से आतंकी सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद यूपी एटीएस लगातार गोंडा सहित आसपास के जिलों में सक्रिय है। गोंडा के तरबगंज थाना के गांव दीनपुरवा के रहने वाले आईएसआई एजेंट मोहम्मद हुसैन के बेटे रईस को गिरफ्तार करने के बाद गहनता से पूछताछ में यूपी एटीएस को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। रईस से मिले सुराग के बाद एटीएस ने मुंबई से उसके साथी सलमान और अरमान को गिरफ्तार किया है।
मुंबई उच्च न्यायालय में पाकिस्तान के इन दोनों जासूसों को पेश करने के बाद इन्हें ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाया गया। जहां पर एटीएस इनसे पूछताछ कर रही है। न्यायालय के आदेश पर एटीएस ने इन दोनों जासूसों के मोबाइल को कब्जे में लेकर विधि विज्ञान प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा है। वहां से जांच रिपोर्ट मिलने के बाद इस पूरे मकड़जाल का खुलासा होने की संभावना है।
मुंबई एक होटल में वेटर का काम करने वाले रईस की मुलाकात अरमान से हुई। अरमान ने रईस को भारत में मुस्लिमों पर हो रहे जुल्म और बाबरी विध्वंस जैसे मामलों की मनगढ़ंत कहानी बताकर बरगलाया और भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए प्रेरित किया। अरमान ने रईस का नंबर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंट को उपलब्ध कराया। फिर रईस और पाकिस्तानी एजेंट के बीच बातचीत होने लगी।
पाकिस्तानी आईएसआई जासूस और अरमान के कहने पर रईस ने अपने अन्य दोस्तों को भारत के खिलाफ जासूसी करने के लिए प्रेरित किया। जिसमें गोंडा जिले के वजीरगंज थाना के गांव धनेश्वरपुर के मजरा दुआवा मांजा निवासी सलमान पुत्र मोहम्मद अली और अरमान को गिरफ्तार किया गया। इस दौरान रईस को जो धनराशि पाकिस्तानी एजेंटों के माध्यम से उपलब्ध कराई गई। रईस ने अपने हिस्से का पैसा लेने के बाद शेष धनराशि सलमान को दे दिया। अरमान की उम्र करीब 65 वर्ष है। वह मुंबई में प्लंबर का काम करता था। जबकि सलमान मकान के रंगाई पुताई का काम करता था। सलमान के गिरफ्तारी की जानकारी होने के बाद परिजनों के होश उड़ गए हैं। गिरफ्तारी के दौरान इन दोनों जासूसों के पास से एक आधार कार्ड एक पैन कार्ड और प्रत्येक के पास से 840 रुपए बरामद हुए हैं।
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