India News (इंडिया न्यूज़), Shradh 2023: पित्रपक्ष शुरू हो गए हैं। इस दौरान लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ करते हैं। लेकिन पीलीभीत में सैकड़ों मृतकों की अस्थियां मुक्ति की आस में अपनों के इंतजार में हैं। जल्द ही पीलीभीत की मुक्तिधाम सेवा संस्थान नामक सामाजिक संस्था इन अस्थि कलश को गंगा में विसर्जित करेगी।
कलश अपनों की राह देख देख रहे
हिन्दू धर्म के अनुसार पितृपक्ष ऐसा समय होता है जिसमें लोग अपने पितरों की तृप्ति व शांति के लिए तमाम तरह के पूजन व दान पुण्य करते हैं। इस लिहाज से यह काफी पवित्र समय माना जाता है। लेकिन पीलीभीत के मुक्तिधाम में कई ऐसे अस्थि कलश रखे हैं जिन्हें एक साल से भी अधिक समय से उनके परिजन भूल चुके हैं। वहीं हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि अस्थि विसर्जन के बिना आत्मा की शांति व मुक्ति नहीं मिलती। लेकिन पीलीभीत के मुक्तिधाम में रखे ये 160 अस्थि कलश अपनों की राह देख देख रहे हैं और मुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।
कुछ कलश मुक्तिधाम में मौजूद
ऐसे में जिनके परिजन किन्हीं कारणवश यहां नहीं पहुंच पाते हैं। इस साल भी कुछ कलश मुक्तिधाम में मौजूद है। कुछ दिन परिजनों से संपर्क के बाद यात्रा का आयोजन कर विधिविधान से अस्थि कलश का बदायूं जिले के कछला गंगा घाट पर विसर्जन किया जाएगा।
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