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Amroha: ये दोस्ती हम नहीं तोडे़ंगे! ऐसा क्या था रिश्ता जो अंतिम संस्कार में जा पहुंचा बंदर, व्रत भी रखा?

• LAST UPDATED : October 14, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Amroha: पालतू जानवरों में इंसानों के प्रति प्रेम आम बात है, लेक‍िन दो वक्त की रोटी देने वाले व्यक्ति से एक बंदर का लगाव इतना बढ़ गया कि उनके निधन के बाद वह भी गमगीन रहा। तो त्या कहेंगे आप। वह न केवल पूरे दिन ताबूत के पास बैठे रहा, बल्कि अंतिम संस्कार के लिए तिगरी भी गया। बंदरों के प्रति ये प्रेम देखकर लोग भी हैरान रह गए।

बंदर का प्रतिदिन का आना हो गया था

मामला जोया कस्बे की मोहल्ला जाटव कॉलोनी का है। बंदर पिछले दो माह से यहां आकर रामकुंवर सिंह के पास बैठ जाता था। रामकुंवर सिंह ने उसे रोटी दी और बंदर रोज उनके पास आने लगा। बंदर का उनके पास प्रतिदिन का आना हो गया। वह उनके पास आकर बैठता और खाना खाने के बाद भी काफी देर तक उनके साथ ही खेलता रहता था। फिर अचानक से मंगलवार सुबह अचानक रामकुंवर का निधन हो गया।

जब बंदर ने बुजुर्ग की अर्थी देखी

करीब 10 बजे बंदर खाना खाने घर आया तो वहां भीड़ लगी थी। जब बंदर अंदर आया और उसने अर्थी देखी। वह उसके पास बैठ गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि बंदर की आंखों में भी आंसू थे। वह काफी देर तक आग के पास बैठा रहा और उसके चारों ओर घूमता रहा।

बंदर अर्थी से लिपटा रहा

इतना ही नहीं, जब एक रिश्तेदार ने तिगरी धाम ले जाने के लिए अर्थी डीसीएम पर छोड़ा तो बंदर भी डीसीएम में चढ़ गया। जोया से तिगरी धाम तक वह स्ट्रेचर से चिपके रहे। अंतिम संस्कार तक वह वहीं आग के पास रहा और फिर लोगों के साथ वापस लौट आया।

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