India News UP(इंडिया न्यूज़), Greater Noida: छांयसा में रहने वाले 10वीं कक्षा के छात्र उत्कर्ष को नासा ने बुलाया है। 15 साल का उत्कर्ष दादरी इलाके के एक सरकारी स्कूल से 10वीं कक्षा की पढ़ाई कर रहा है। उत्कर्ष ने महज 150 रुपये की लागत से EV गाड़ियों के लिए चार्जर बनाया था।
उत्कर्ष बताते हैं कि मैंने अपना प्रोजेक्ट सिर्फ 150 रुपये में तैयार किया था, जबकि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अन्य बच्चों ने अपने प्रोजेक्ट पर 25 हजार से 1 लाख रुपये तक खर्च किये थे। कुछ समय तक उत्कर्ष को लगा कि वह इन दूसरे बच्चों से मुकाबला नहीं कर पाएगा, लेकिन इतनी कम उम्र में उत्कर्ष के विचारों और नवाचारों से डीएम बहुत प्रभावित हुए।
डीएम ने उत्कर्ष को रोवर बनाने वाली टीम का हिस्सा बनाया। अब यह रोवर तैयार है, जिसे नासा में ह्यूमन एक्सप्लोरेशन रोवर चैलेंज में हिस्सा लेना है। उत्कर्ष जल्द ही टीम के साथ रवाना होंगे।
ग्रेटर नोएडा के एक निजी कॉलेज में गौतमबुद्धनगर के छात्रों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी में उत्कर्ष की चार्जिंग डिवाइस का चयन किया गया। नासा के आह्वान के बाद अब उत्कर्ष अपनी टीम के साथ मिलकर एक ऐसा रोवर बना रहे हैं जिसे इंसान बिना किसी इंजन के चला सकता है और इस रोवर को पहाड़ी इलाकों के गड्ढों में भी आसानी से चलाया जा सकता है।