India News (इंडिया न्यूज़) Interim Budget 2024: केंद्र की मोदी सरकार का खास फोकस देश के किसानों और कृषि की हालत सुधारने पर है। किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के बाद सरकार ने कृषि के हर क्षेत्र में सौगातों की बारिश कर दी है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance minister Nirmala Sitharaman) ने लोकसभा में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट पेश करते हुए अपने भाषण में किसानों का जिक्र मुख्य रूप से किया। हालांकि उन्होंने कृषि क्षेत्र के लिए किसी नई योजना की घोषणा नहीं की, लेकिन वर्तमान में चल रही योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन और कृषि क्षेत्र बड़ा सहायक क्षेत्र है। इसमें हमारे व्यापारियों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि मत्स्य पालन क्षेत्र की उपयोगिता को देखते हुए सरकार ने इसके लिए एक अलग विभाग बनाया है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएम मत्स्य सम्पदा योजना) के तहत आने वाले समय में 50 लाख नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है।
वित्त मंत्री (Budget news) ने कहा कि सरकार के प्रयासों से समुद्री भोजन का निर्यात दोगुना हो गया है। जलकृषि उत्पादन को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब प्रति हेक्टेयर 5 टन मछली का उत्पादन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 5 इंटीग्रेटेड एक्वा पार्क बनाए जाएंगे।
कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को बढ़ावा दे रही है। वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में कहा कि नैनो यूरिया के अच्छे नतीजे मिलने के बाद नैनो डीएपी का परीक्षण किया जा रहा है और अब इन परीक्षणों को सभी कृषि-जलवायु क्षेत्रों तक बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का फोकस फसल कटाई के बाद होने वाले नुकसान को कम कर उत्पादन और आय बढ़ाने पर है।
वित्त मंत्री ने कहा कि फसल को खेत से बाजार तक लाने में काफी नुकसान होता है। इस नुकसान को कम करने के लिए कई उपाय किये गये हैं। फसल कटाई के बाद निजी और सरकारी निवेश से इसमें सुधार किया जाएगा। इसमें मुख्य बातें आधुनिक भंडारण सुविधाएं बनाना, आपूर्ति श्रृंखला का आधुनिकीकरण करना और उत्पाद की ब्रांडिंग करना है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने डेयरी सेक्टर का जिक्र करते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश है, लेकिन प्रति पशु उत्पादकता बहुत कम है। उन्होंने कहा कि पशुओं की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए कई स्तरों पर काम किया जा रहा है। पशुओं में होने वाली बड़ी बीमारी खुरपका-मुंहपका रोग को खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा राष्ट्रीय गोकुल मिशन, राष्ट्रीय लाइव स्टॉक मिशन, डेयरी प्रसंस्करण बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए अतिरिक्त धनराशि आदि योजनाएं चलाई जा रही हैं।
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