India News (इंडिया न्यूज) Rinke Upadhyay, Agra: यमुना के तटीय इलाकों से पानी उतर रहा है। लेकिन बाढ़ तबाही के निशान छोड़ती जा रही है। किसानों को पानी उतरने से संतोष तो है लेकिन उलके आगे रोजी-रोटी का संकट भी मंडराने लगा है। तटीय इलाकों में किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। इनमें सब्जियों की फसल पानी में डूब गई। सब्जियों की फसल चौपट होने के बाद अब खेतों में कीचड़ मिल रहा है। फसल तबाह होने के बाद दोबारा फसल उगाने की चुनौती है। विशेषकर लो फ्लड जोन के तहत 495 फुट जलस्तर और मीडियम फ्लड जोन में 499 जलस्तर पर पानी में डूबने वाले इलाके प्रभावित हुए हैं।
लो फ्लड वाले प्रभावित इलाके सदर तहसील के तनौरा नूरपुर, कैलाश, स्वामीबाग, फतेहाबाद के भरापुर, बमरौली, ईदौन, मड़ायना, मेवली कलां, गुड़ा, मेवली खुर्द, हिमायूंपुर। वहीं एत्मादपुर के नगली धीमर, बढ़पुरा, रहनकलां और कढ़ा।
मीडियम फ्लड वाले प्रभावित इलाके सदर के बुर्ज, नगला छीतर सिंह, मेहरा नाहरगंज, महल बादशाही, नगला तल्फी, नगला पैमा। फतेहाबाद के शाहिदपुर, वरीपुरा, बेहड़ी, पारौली सिकरवार, बिचौला और गिदरौन। एत्मादपुर के नगला धीमर, बढ़पुरा, रहनकलां।
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