Sunday, May 19, 2024
HomeLatest NewsBSP के मुस्लिम प्रत्याशी बिगाड़ेंगे शतरंज की चाल, India एलायंस को लगने...

BSP के मुस्लिम प्रत्याशी बिगाड़ेंगे शतरंज की चाल, India एलायंस को लगने वाला है तगड़ा झटका

- Advertisement -

India News UP (इंडिया न्यूज़), BSP: गोरखपुर में इंडी गठबंधन और भारतीय जनता पार्टी दोनों की टक्कर देखी जा रही थी, और दोनों ही अपने अपने तरीके से वोटरों को रिझाने की कवायत कर रहे है। लेकिन इसी बीच गोरखपुर संतकबीर नगर सहित तमाम लोकसभा क्षेत्रो में बसपा प्रत्याशी के रूप में मुस्लिम चेहरा है, अब ऐसे में बसपा के प्रत्याशी सभी जगहों पर मुस्लिम वोटरों का धुरिकरण करके इंडी गठबंधन के प्रत्याशी को ही कमजोर करेंगे।

संतकबीर नगर के लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर बसपा ने मोहम्मद आलम को अपना प्रत्याशी बनाया है और वो मैदान में उतर कर कन्वेंसिंग भी शुरू कर दिए है, चूंकि संतकबीर नगर लोकसभा के जातीय समीकरण की बात करे तो, यहां दलित और मुस्लिम साधे 3 लाख वोटर है।

क्या है यहां का जातीय समीकरण

वहीं, यादव 2 लाख और ब्राहमण तकरीबन डेढ़ लाख और बाकी ने जातिया मिलाकर तकरीबन 15 लाख से ऊपर मतदाता है। एक तरफ BJP से प्रवीन निषाद यहा मौजूदा सांसद है। इस बार बीजेपी के प्रत्याशी के रूप में दुबारा मैदान में है, अब यहां की जनता किस पर ज्यादा भरोसा जताती है, ये तो आने वाला समय बताएगा।

BSP के मुस्लिम प्रत्याशी बिगाड़ेंगे शतरंज की चाल

वहीं दूसरी तरफ सदर विधान सभा गोरखपुर से क्षेत्र से बसपा ने मुस्लिम चेहरा के रूप में जावेद सिम्नानी को मैदान में उतारा है। वह भी मुस्लिम वोटरों का ध्रुवीकरण करेंगे। इसको लेकर वो मैदान में जाकर विकास की बात कर रहे थे, लेकिन इनका मनना है, लोकल वर्सेस बाहरी का चुनाव। यहा भी इंडी गठबंधन को ही नुक्सान हो सकता है। बसपा प्रत्याशी की माने तो यहां इतने सालों में विकास कुछ नहीं हुआ है और सिर्फ डर की राजनीति हो रही है। उनका कहना है कि अब यहां की जनता ये सब जान चुकी है। इसलिए इस बार सिर्फ विकास और बहन मायावती की होगी।

ये भी पढ़ें- April 16: आज ही दिन देश में पहली बार चली थी ट्रेन, जानिए कैसा था नजारा

गोरखपुर लोकसभा की बात हो या संतकबीर नगर या फिर देश प्रदेश का कोई अन्य जिला लगभग लगभग सभी ज्यादा जगहों पर बसपा ने मुश्लिम उम्मीदवार उतार कर चुनाव को और भी रोचक बना दिया है। बसपा के प्रत्याशियों के द्वारा मुस्लिम समाज के वोटरों का धुव्रीकरण करके इंडी गठबंधन को कमजोर कर चुनाव जितने का प्रयास कर रही है। अब उसके इस मुस्लिम वोटरों के जरिए क्या परिवर्तन होता है। ये तो चुनाव की तारीख ही बताएगा।

ये भी पढ़ें- UP: दामाद ने लिया ससुर का बदल, हत्या को दिया एक्सीडेंट का रूप

SHARE
RELATED ARTICLES

Most Popular