India News(इंडिया न्यूज़), New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा से द्वीपसमूह का दौरा करने में रुचि फिर से बढ़ गई है, हालांकि आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, COVID-19 महामारी के वक्त 2020 को छोड़कर, पिछले साल द्वीपों पर विमान आवाजाही 2015 के बाद से सबसे कम था।
Airports Authority of India के आंकड़ों के अनुसार, लक्षद्वीप के अगत्ती द्वीप के हवाई अड्डे पर अप्रैल-नवंबर 2023 की अवधि के दौरान सबसे कम उड़ानें प्राप्त हुईं, जो आठ वर्षों में सबसे कम है। इस अवधि के दौरान 1,080 विमानों की आवाजाही हुई, जबकि अप्रैल-नवंबर 2022 के दौरान 1,482 और अप्रैल-नवंबर 2021 के दौरान 1,202 विमानों की आवाजाही हुई।
बता दें कि मालदीव के मंत्रियों ने 2 जनवरी को पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के संबंध में अपमानजनक टिप्पणियां थी, जिनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा की गईं। इस विवाद के कारण कई भारतीय हस्तियों ने लक्षद्वीप में छुट्टियों की योजना की घोषणा की, जिससे अन्य लोगों में यहांघूमने की रुचि पैदा हुई। लेकिन उद्योग के अधिकारियों का मानना है कि सीधी कनेक्टिविटी की कमी, अपर्याप्त होटल और पर्यटक सुविधाएं लोगों को द्वीपों पर जाने से रोकेंगी।
एपेक्स ट्रैवल एंड टूर्स के मालिक वीपी नरूला ने कहा कि लक्षद्वीप के विपरीत, भारतीयों के पास अब देश और उसके आसपास के विभिन्न समुद्र तट स्थलों से अधिक सीधी कनेक्टिविटी है। उन्होंने कहा कि सीधी हवाई कनेक्टिविटी न केवल यात्री को लागत बचाने में मदद करती है, बल्कि सुविधा भी प्रदान करती है।
लॉबी समूह ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की अध्यक्ष ज्योति मयाल ने कहा कि सीमित उड़ानों के कारण सीमित पहुंच और हवाई अड्डे पर उतरने के लिए आवश्यक अनिवार्य परमिट सभी बोझिल हैं और लक्षद्वीप के पर्यटन को प्रतिबंधित कर दिया है।
वर्तमान में, केवल एलायंस एयर ही अगाती के लिए दैनिक उड़ान संचालित करती है, जिसके पास एक हवाई पट्टी है जो केवल छोटे विमानों को संभालने में सक्षम है। अगत्ती द्वीपसमूह का एकमात्र हवाई अड्डा है जिसमें 36 द्वीप हैं, जिनमें से 10 द्वीप बसे हुए हैं।
सरकार लक्षद्वीप में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मिनिकॉय द्वीप पर एक नया हवाई अड्डा विकसित करने की योजना बना रही है। प्रस्तावित हवाईअड्डा पर्यटन को बढ़ावा देगा और साथ ही रक्षा बलों की निगरानी क्षमताओं का विस्तार करेगा।
एसोसिएशन के उपाध्यक्ष जय भाटिया ने कहा है कि लक्षद्वीप न केवल उड़ानों बल्कि होटलों के लिए बुनियादी ढांचे के मामले में पर्यटकों को संभालने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि कोच्चि से उड़ानें, नौकाएं स्थानीय लोगों और कुछ आगंतुकों के लिए परिवहन का एकमात्र नियमित साधन हैं जो अज्ञात द्वीपों की यात्रा करना चाहते हैं। वहीं, एक एयरलाइन अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यदि यातायात सीमित है तो कोई भी एयरलाइन वहां संचालित नहीं होगी।
ALSO READ:-