India News(इंडिया न्यूज़), Julie Matuknath Love Story: बिहार की मशहूर लव स्टोरी के लव गुरु मटुकनाथ एक बार फिर अपनी लव स्टोरी को लेकर सुर्खियों में हैं। कभी अपनी प्रेमिका के लिए अपने परिवार को छोड़ने वाले मटुकनाथ को अब उनकी प्रेमिका ने ही छोड़ दिया है, जिसके कारण वह बिल्कुल अकेले हो गए हैं और अलगाव की जिंदगी जी रहे हैं। मटुकनाथ इन दिनों अपने पैतृक गांव के पास कोरचक्का गांव में ओशो इंटरनेशनल स्कूल चला रहे हैं। उनकी गर्लफ्रेंड जूली के साथ उनके प्रेम संबंध का खुलासा होने के बाद उनका परिवार मटुकनाथ चौधरी से अलग हो गया और अब जूली भी उनके साथ नहीं हैं।
एक अखबार को दिए इंटरव्यू में मटुकनाथ चौधरी ने अपनी प्रेम कहानी से लेकर अलगाव तक की कहानी का जिक्र किया है। आपको बता दें कि साल 2020 में जूली की एक फोटो वायरल हुई थी। जिसमें वह बेहद कमजोर हालत में नजर आ रही थीं। जूली की इस तरह की तस्वीर सामने आने के बाद लोगों ने मटुकनाथ को खूब ट्रोल किया।
प्रोफेसर चौधरी ने बातचीत के दौरान बताया कि साल 2020 में उनके एक शुभचिंतक ने उन्हें जूली के बीमार होने की जानकारी दी थी और इसके बाद उन्होंने जूली से बात की और उनसे मिलने वेस्ट इंडीज गए। मटुकनाथ वहां करीब साढ़े तीन महीने तक रहे। वह इन दिनों वहीं रह रही हैं।
मटुकनाथ ने बताया कि वह 2004 से जूली से प्यार करते थे। साल 2006 में उनका प्रेम प्रसंग सामने आया और फिर वह 2014 तक जूली के साथ रहे। प्रोफेसर मटुकनाथ ने इंटरव्यू के दौरान कहा, ‘प्यार आजादी देता है। उन्होंने जूली को भी पूरी आजादी दे दी।
इसी क्रम में जूली का रूझान आध्यात्म की ओर हो गया। जूली से उनका प्यार साल 2014 में ही ख़त्म होने लगा था। साल 2015 में वह अपनी मर्जी से चली गईं। वह रुका ही नहीं। मटुकनाथ चौधरी ने कहा, ‘उनके परिवार के सदस्य जैसे उनकी पत्नी और बेटा भी उनके साथ नहीं रहते हैं। बेटा विदेश में रहता है और बहुत बड़े पद पर काम करता है। उनकी पत्नी पटना में रहती हैं।
मटुकनाथ ने कहा, पत्नी से मिलन की संभावना फिलहाल संभव नहीं लगती। लेकिन वे अपनी जिंदगी से खुश नहीं हैं। मटुकनाथ ने कहा, ‘उन्होंने अक्टूबर 2018 में सेवानिवृत्ति ले ली। उन्होंने 21 मार्च 2022 को स्कूल जाना शुरू किया। वर्तमान शिक्षा प्रणाली अच्छी नहीं है। इसलिए उन्होंने गांव आकर ओशो इंटरनेशनल स्कूल खोला। जब स्कूल शुरू हुआ तो वहां लगभग 50 छात्र थे। अब उनके स्कूल में लगभग 40 छात्र हैं।
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