India News UP(इंडिया न्यूज़),UP News: आज देश के अलग अलग भागों में अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रहा है। यह शुभ अवसर जीशान के नए शुरुवात, सुख- समृद्धि का प्रतीक है। “अक्षय” शब्द का मतलब “अमर” या स्वयं “अविनाशी” होता है। यअब जानेनेगे इस पूजा का मुहूर्त, महत्त्व और इस दिन सोना क्यों ख़रीदा जाता है ?
वैशाख महीने के तृतीय तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है। यह वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस दिन को लेकर लोगों में कई प्रथाएं हैं। जिनमें से सबसे प्रमुख प्रथा ये है कि इस दिन बिना कैलेंडर देखे किसी भी प्रकार के मांगलिक और शुभ कार्य को किया जा सकता है। इस राजयोग में भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होती है।
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सोना सिर्फ एक धातु नहीं बल्कि धन-दौलत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन सोना खरीदने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है और धन का आगमन होता रहता है। क्योंकि इस दिन को बहुत ही शुभ दिन माना जाता है, इसलिए इस दिन किया गया कोई भी इन्वेस्टमेंट अच्छा फल देता है।
सोना खरीदने के लिए यह दिन बहुत ही खास दिन है। पीढ़ी दर पीढ़ी अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा चली आ रही है। यह भारतीय संस्कृति का ज़रूरी हिस्सा बन चुका है और त्योहार को मनाने का एक शुभ तरीका माना जाता है।
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