India News (इंडिया न्यूज़), Legislative Assembly: उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधान परिषद सत्र चल रहा है। जिसको लेकर सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर बने हुए हैं। तो वहीं विपक्ष कोई मौका नहीं छोड़ रहा सरकार को घेरने का। बता दें, बुधवार को सपा सदस्यों ने शिक्षा और शिक्षामित्रों के मुद्दे पर वॉकआउट किया। मुख्य विपक्षी दल का लगातार एक ही कहना है कि सत्ता धारी सरकार के कार्यकाल में लगातार शिक्षा का स्तर गिर रहा है।
शिक्षकों के लिए प्रदेश में अभी तक ऐसी कोई नियमावली नहीं
सपा के सदस्य आशुतोष सिन्हा ने कहा कि आरएमएसए के तहत प्रदेश में जो भी स्कूलों को खोला जा रहा है उनमें शिक्षक नहीं हैं। वहीं, मदरसों में आधुनिक शिक्षकों का वेतन रुका हुआ है। इस पर मान सिंह यादव का कहना है कि वित्तविहीन विद्यालय के शिक्षकों के लिए प्रदेश में अभी तक ऐसी कोई नियमावली नहीं बनी है। वहीं, लाल बिहारी यादव बोलते हैं सरकार शिक्षा मित्रों के साथ न्याय नहीं कर रही। लगातार विपक्ष के हमले के बाद माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी ने आरोपों को नकारते हुए अपने विभाग की उपलब्धियों को रखा। इससे अंसतुष्ट सपा सदस्यों ने वॉकआउट किया।
किसानों की भूमि को सरकार से वापस करने की मांग
इसके साथ ही बसपा के भीमराव अंबेडकर ने चिनहट में किसानों की अधिग्रहीत भूमि को सरकार से वापस करने की मांग की। जिसपर जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि इस बारे में प्रशासन से रिपोर्ट मांगी गई है।
जिसके बाद विपक्ष ने आजमगढ़ में छात्रा के आत्महत्या मामले को लेकर बी सवाल उठाए हैं। एमएलसी ध्रुव कुमार त्रिपाठी कहते हैं कि में स्कूल की प्रधानाचार्या और शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई को गलत बताते हुए चर्चा की मांग करता हूं। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि कमेटी बनाकर मामले की जांच कराई जा रही है। सभापति ने निर्देश दिए कि अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी से जांच कराकर शीघ्र उचित निर्णय लिया जाए।