India News (इंडिया न्यूज) Martand Singh, Kargil Vijay Diwas : राजधानी लखनऊ में कारगिल विजय दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारगिल शहीद स्मृति वाटिका पहुंच कर शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित की।
इस दौरान सीएम योगी ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात भी की। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में हमारे जांबाजों ने अपनी जांबाजी से पाकिस्तानियों को खदेड़ दिया था।
26 जुलाई का वो दिन जो भारतीय सेना की जांबाजी, पराक्रम और बहादुरी के लिए जाना जाता है। यही वो दिन है जब भारत ने कारिगल युद्ध में पाकिस्तानी सेना को धूल चटाते हुए अपनी सीमा के बाहर खदेड़ा था।भारत के सैकड़ों वीर जवानों की शहादत को याद करते हुए 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते है कि वैश्विक स्तर पर भारतीय सेना का लोहा सभी ने माना था। उस दौर में कुछ सवाल भी उठे थे. लेकिन आज प्रत्येक भारतवासी की सुरक्षा की गारंटी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में ये नवभारत का दौर है। इस भारत में आतंकवाद और घुसपैठ के लिए कोई जगह नहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप हम सभी नागकरिक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें तो 2047 तक भारत दुनिया की सबसे बड़ी ताकत होगी। वहीं, कारगिल शहीद वाटिका में कारगिल युद्ध के बलिदानी परम वीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पांडेय के पिता गोपीचंद पांडेय, बलिदानी रायफल मैन सुनील जंग की मां बीना महत, बलिदानी लांस नायक केवल नंद द्विवेदी की पत्नी कमला द्विवेदी और बलिदानी मेजर रितेश शर्मा के पिता सत्य प्रकाश शर्मा को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि देश के अंदर 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान और पूर्व के युद्ध और इसके बाद भी रक्षा करते हुए शहीद होने वाले परिवार का अभिनंदन करता हूं। एक विषम परिस्थितियों में कारगिल युद्ध लड़ा गया था। केंद्र और राज्य सरकार उन सभी तब के तक पहुंच रही है, जो अब तक वंचित था।
बलिदान अमूल्य है अविस्मरणीय है और अभिनंदनीय है। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने बलिदानियों के प्रति सम्मान व्यक्त करने की व्यवस्था दी है। राज्य सरकार भी अपने स्तर पर 50 लाख रूप ये परिवार के एक सदस्य को नौकरी और मार्ग का नाम भी उनके नाम कर रहे है।
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