India News(इंडिया न्यूज़) UP, Mahashivratri Special: 8 मार्च को दुनिया भर में महाशिवरात्रि का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाएगा। यह त्योहार भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो सच्चे मन और भक्ति से व्रत रखते हैं और उन्हें प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं। नर्मदा नदी के तट पर ॐ आकार के पर्वत पर स्थित ओंकारेश्वर मंदिर इसी प्रयास का प्रतीक है।
यह मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित है और भगवान शिव को समर्पित है। इसका नाम भगवान शिव के दूसरे नाम ‘ओंकारेश्वर’ पर आधारित है। मंदिर की सुंदरता इसकी विशाल और प्राचीन संरचना में निहित है, जो शिव भक्तों को आकर्षित करती है।
इस मंदिर में प्रतिदिन भगवान शिव की आरती की जाती है, जिसमें सूर्य की रोशनी वाले दीपक की रोशनी में भगवान की पूजा की जाती है। यहां की विशेष मान्यता है कि भगवान शिव हर रात यहां शयन करते हैं और अपनी उपस्थिति से अपने भक्तों को आशीर्वाद देते हैं।
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महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्म आरती की तरह ओंकारेश्वर मंदिर की आरती भी बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में सुबह, दोपहर और शाम को आरती की जाती है, जिससे भक्त शिव के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था व्यक्त कर सकते हैं।
इस मंदिर की एक और खासियत है – यहां रात के समय चौपड़ लगता है, क्योंकि माना जाता है कि यहां भगवान शिव अपनी पत्नी माता पार्वती के साथ चौपड़ खेलते हैं। ऐसा माना जाता है कि यह चौपड़ उनकी दिव्य लीला का प्रतीक है, जो उनके भक्तों को उनकी निकटता का एहसास कराता है।
ओंकारेश्वर मंदिर भगवान शिव के धार्मिक और सामाजिक महत्व का प्रमुख केंद्र है। यहां आने वाले शिव भक्तों को आत्मा की खुशी, शांति और ऊर्जा का अनुभव होता है, जो उन्हें अपने जीवन में सफलता और खुशी की ओर ले जाता है।
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