होम / मुख्तार अंसारी को 10 साल की जेल, 5 लाख का जुर्माना

मुख्तार अंसारी को 10 साल की जेल, 5 लाख का जुर्माना

• LAST UPDATED : October 27, 2023

India News(इंडिया न्यूज़),Mukhtar Ansari 10 Year Jail: मुख्तार अंसारी को गैंगस्टर मामले में कोर्ट आज (27 अक्टूबर) को 10 साल की सजा सुनाई है। इसके साथ ही कोर्ट ने मुख्तार अंसारी पर 5 लाख रूपये का जुर्माना भी लगाया गया है। इसी मामले में कोर्ट ने सोनू यादव को 5 वर्ष की सजा और 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। यूपी की गाजीपूर कोर्ट ने पूर्व विधायक और माफिया मुख्तार अंसारी को हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में दोषी करार दिया था।

2009 में हत्या के प्रयास का केस हुआ था दर्ज

बता दें, इस केस के गैंग चार्ट में कपिल देव सिंह हत्याकांड, मीर हसन पर हमले का मामला शामिल था। बताया जाता है कि उस वक्त मौके पर मौजूद दबंग के परिवार को लगा कि कपिल देव सिंह की पुलिस से मिलीभगत है और उसने ही उन लोगों के बारे में मुखबिरी की है। इसके बाद साजिश के तहत कपिल देव सिंह की हत्या कर दी गई। इस घटना के वक्त माफिया मुख्तार अंसारी जेल में बंद रहकर अपना गैंग का संचालन कर रहा था। वर्ष 2009 में ही मुहम्मदाबाद थाना क्षेत्र के मीर हसन ने मुख्तार अंसारी पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज कराया था।

क्यों हुई कपिलदेव की हत्या

कपिल देव सिंह गाजीपुर में करंडा थाना करंडा थाना क्षेत्र के सुआपुर गांव में रहते थे। वे पेशे से शिक्षक थे और अपने क्षेत्र में काफी मशहूर थे। सेवानिवृत्त होने के बाद वे गांव में परिवार के साथ रहते थे। वर्ष 2009 में गांव में एक दबंग व्यक्ति के घर पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई की। कुर्क हुए सामान की लिस्ट बनाने और आम गवाह की जरूरत पड़ने पर लोगों ने सेवानिवृत्त शिक्षक कपिल देव सिंह को बुलाने की सलाह दी।

वहीं, पुलिस के आग्रह पर कपिल देव​ सिंह कुर्की स्थल पर पहुंचे और गवाह के रूप में सूची बनाने में मदद की। इस दौरान उन्होंने पुलिस का काफी सहयेाग किया। इससे दबंग का परिवार काफी नाराज हो गया। उसके कपिल देव सिंह का पुलिस की मदद करना और कुर्की के दौरान सक्रिय रहना रास नहीं आया।

2010 में दर्ज हुआ था गैंगचार्ट

दरअसल ये मामला साल 2009 का है, जब कपिल देव सिंह हत्याकांड और मीर हसन पर हमले के मामले में मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर का मामला दर्ज कराया गया था। जिसके बाद मुख्तार पर हत्या और हत्या की कोशिश का केस दर्ज कराया गया था। साल 2010 में इन दोनों मामलों को मिलाकर गैंगचार्ट बना था।

ये भी पढ़ें:-

शरद पूर्णिमा पर बांकेबिहारी मंदिर खुलने के समय में हुआ बदलाव, जानें कब तक खुले रहेंगे पट 

भूमि विवाद में चाचा ने भतीजा को गोली मारकर उतारा मौत के घाट, मामले की छानबीन में जुटी पुलिस

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
mail logo

Subscribe to receive the day's headlines from India News straight in your inbox