India News Delhi (इंडिया न्यूज),Shri Prakasheshwar Mahadev Temple: देवभूमि उत्तराखंड को भगवान शिव की क्रीड़ास्थली कहा जाता है। यहां भोलेनाथ के कई मंदिर हैं, जहां जाकर आप मानसिक शांति पा सकते हैं। लेकिन आज हम आपको राजधानी देहरादून के एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दान स्वीकार नहीं किया जाता है।
हम बात कर रहे हैं देहरादून मुख्य शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर मसूरी रोड पर स्थित श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर की। मंदिर के सेवादार अशोक गुलाटी ने बताया कि इस मंदिर की स्थापना हुए 34 साल हो गए हैं। यह एक निजी संपत्ति है, जिसका निर्माण गुरु शिवदास मूलचंद खत्री ने करवाया था। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है इसलिए यहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं और यहां दान नहीं लिया जाता।
इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां कोई दान पेटी नहीं है। मंदिर में भक्तों के लिए दक्षिणा के रूप में पैसे चढ़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है। यहां संत और पुजारी भक्तों को अपने पैर छूने की इजाजत नहीं देते हैं। मंदिर के संतों का कहना है कि भोलेनाथ लोगों को सुख, समृद्धि और शांति देने वाले देवता हैं, वह किसी से कुछ नहीं लेते हैं। यही कारण है कि भक्तों का प्रसाद धन के रूप में स्वीकार नहीं किया जाता है।
अगर आप भी श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको घंटाघर से राजपुर रोड पर आगे बढ़ना चाहिए, जहां से 10 किलोमीटर दूर मसूरी रोड पर यह मंदिर स्थित है।
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